क्या कोरोना मेडिकल वेस्ट से सहसपुर में बढ़ रहा जानलेवा ख़तरा ?
क्या पशु निस्तारण केंद्र बनेगा भाजपा सरकार के लिए सिरदर्द ?
सहसपुर विधायक पर कांग्रेस नेता आज़ाद अली के गंभीर आरोप
मुख्यमंत्री के नाम सीनियर कांग्रेस लीडर का खुला पैगाम
उत्तराखंड में कांग्रेस ने भाजपा सरकार को चौतरफा घेरने का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है … एक तरफ पूर्व सीएम हरीश रावत किसानों के मुद्दे पर धरने और प्रदर्शन पर उतर चुके हैं तो वहीँ प्रीतम सिंह एंड टीम बेरोजगारी को मुद्दा बना कर हंगामा काटने को उतारू हैं ….. इसी बीच प्रदेश का बड़ा मुद्दा रहा सहसपुर का ट्रंचिंग ग्राऊंड और पशु निस्तारण केंद्र का मामला एक बार फिर बड़े आंदोलन को तैयार हो रहा है। कांग्रेस का दावा है कि अंदर ही अंदर सहसपुर में सरकार और स्थानीय विधायक के खिलाफ जनाक्रोश तेज़ होता जा रहा है। इसी मुद्दे पर आज प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ आमंत्रित सदस्य आज़ाद अली ने ट्रंचिंग ग्राउंड का दौरा किया और कोरोना मरीज़ों के मेडिकल वेस्ट से पैदा हो रहे खतरे पर आज जमकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है।
उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार पर सहसपुर की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए आज़ाद अली ने कहा है की प्रदेश में पशु निस्तारण गृह सरकार कहीं भी बनाये लेकिन सहसपुर में नहीं बनने दिया जाएगा। सहसपुर में अचानक ट्रंचिंग ग्राउंड की हकीकत जानने के लिए स्थानीय जनता के साथ फील्ड का दौरा किया और वहां पाया कि बड़े पैमाने पर देहरादून के अस्पतालों से निकलने वाले कोरोना मरीज़ों के इलाज़ में निकले मेडिकल वेस्ट को डंप किया जा रहा है जो स्थानीय जनता के लिए बड़े खतरे का सबब बन रही है।
इसी के बाद कांग्रेस लीडर आज़ाद अली ने स्थानीय प्रशासन के ज़रिये मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम खुली चिट्ठी भेजी है जिसमें तीन अहम मुद्दों को उठाया गया है और सरकार को चेतवानी भी दी है कि अगर इन ज्वलंत मुद्दों पर तुरंत एक्शन नहीं लिया गया तो सहसपुर में कांग्रेस बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी जिसमें स्थानीय जनता का भारी विरोध सरकार को झेलना पड़ेगा।
विशेष आमंत्रित सदस्य आज़ाद अली ने आज कई बड़े ज़ुबानी हमले करते हुए त्रिवेंद्र सरकार के सामने तीन मांगे रखी हैं –
पहली मांग – सरकार सहसपुर की जनता के जीवन की रक्षा और कोरोना के विनाश से बचाने के लिए तुरंत ट्रंचिंग ग्राउंड के विस्थापन की व्यवस्था करे और उसको सहसपुर की विधान सभा क्षेत्र से बाहर करें।
दूसरी मांग – सहसपुर में नहीं मुख्यमंत्री की विधान सभा डोईवाला में बनाये सरकार पशु निस्तारण गृह , सहसपुर में नहीं बनने देंगे पशु निस्तारण गृह
तीसरी मांग – सहसपुर के अस्पतालों में नहीं है कोरोना मरीज़ों के लिए इलाज़ और जांच की कोई व्यवस्था , मुख्यमंत्री के पास है स्वास्थ्य महकमा , जनता की जान से खिलवाड़ बंद हो , स्थानीय विधायक जनता से मांगे माफ़ी
सहसपुर में लम्बे समय से जनता के बीच सक्रिय रहने वाले आज़ाद अली को बड़े जन आंदोलन के लिए जाना जाता है। कुछ समय पहले जब ट्रंचिंग ग्राउंड के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी ने त्रिवेंद्र सरकार को घेरा था तब आज़ाद अली ने सहसपुर में बड़े जन आंदोलन को खड़ा किया था लिहाज़ा एक बार फिर उन्होंने कूड़ा निस्तारण केंद्र के साथ साथ पशु निस्तारण गृह बनने का विरोध शुरू कर दिया है जिसके लिए एक मेमोरेंडम के ज़रिये उन्होने खुला खत आज मुख्यमंत्री को लिखा है।
इस दौरान उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री अपनी विधान सभा में ही क्यों नहीं कूड़ा निस्तारण और पशु निस्तारण केंद्र स्थापित करवा रहे हैं ? इसके साथ ही वरिष्ठ आमंत्रित सदस्य आज़ाद अली ने ये भी आरोप लगाया है कि सहसपुर की जनता को प्रदूषित और जानलेवा माहौल में धकेला जा रहा है जिसकी एक और बानगी है पशु निस्तारण गृह का बनाया जाना लेकिन कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता जनता की जान से खिलवाड़ करने वाली सरकार और स्थानीय विधायक के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगी।
यानि अब उत्तराखंड में जिस तरह से कांग्रेस पार्टी ने चौतरफा बीजेपी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है उससे लगता है कहीं न कहीं सरकार भी असहज हो रही है क्यूंकि खुद सत्ता पक्ष के तमाम विधायक भी अधिकारियों की शिकायतें कर रहे हैं और अपनी ही सरकार की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे हैं ऐसे में कांग्रेस पार्टी के दिग्गजों का ये चौतरफा आक्रामक हमला मौके पर चौका मारने जैसा साबित हो रहा है। देखना होगा सहसपुर में क्या एक बार फिर कोरोना मेडिकल वेस्ट मेटेरियल्स , ट्रंचिंग ग्राउंड और पशु निस्तारण गृह आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी के लिए बड़े मुद्दे के रूप में सामने आएगा ?