अरविंद केजरीवाल का उत्तराखंड को 6 नये जिले बनाने का वादा, जानें कब से उठ रही है मांगे
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देवभूमि के चुनावी दंगल में एक चुनावी घोषणा कर भाजपा और कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया है। इस बार केजरीवाल ने सालों से उठ रही नये जिलों की मांग को भी पूरा करने का वादा किया है। मंगलवार को आम आदमी पार्टी के संस्थापक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल काशीपुर पहुंचे। काशीपुर रामलीला मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुये अरविंद केजरीवाल ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा कर सबको चौंका दिया। अरविंद केजरीवाल ने वादा किया कि अगर आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो लम्बे समय से चली आ रही नये जिलों के गठन की मांग को वे पूरा करेंगे। काशीपुर, रानीखेत, डीडीहाट, रूड़की, कोटद्वार और यमुनोत्री को जिला बनाया जाएगा।
दरअसल 1962 से ही पिथौरागढ़ से अलग डीडीहाट जिला बनाने की मांग उठी थी। 90 के दशक में तत्कालीन मुलायम सरकार ने जिले को लेकर दीक्षित आयोग बनाया, यही नहीं निशंक सरकार में 15 अगस्त 2011 को डीडीहाट सहित रानीखेत, यमनोत्री और कोटद्वार को भी जिला बनाने की घोषणा हुई थी। कई बार चुनावी साल में हुई इस घोषणा का शासनादेश भी जारी कर दिया गया था। लेकिन नतीजा ये रहा कि 10 साल बाद भी चारों जिले अस्तित्व में नहीं आ पाए। ऐसे में चुनावी साल में ये मुद्दा फिर से गरमाने लगा है। डीडीहाट से कांग्रेसी नेता और पूर्व दर्जाधारी मंत्री रमेश कापड़ी का आरोप है कि क्षेत्रीय विधायक बिशन सिंह चुफाल जिले के मुद्दे पर लगातार चुनाव तो जीते, लेकिन जिला नहीं बना सके। 2005 में 36 दिनों तक चले अनशन के बाद तब के सीएम एनडी तिवारी ने जिला बनाने का ऐलान किया था। लेकिन ये ऐलान भी हवाई रहा। डीडीहाट से भाजपाई बिशन सिंह चुफाल लगातार पांचवीं बार विधायक हैं। कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल का कहना है कि चारों जिलों के गठन को लेकर सरकार गंभीर है