उत्तर प्रदेश में इन दिनों अपराध की घटनाओं का जैसे सिलसिला ही चल पड़ा है … अब इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, अलीगढ से जहाँ 7 साल के लड़के ने कथित तौर पर अपनी साढ़े 5 साल की पड़ोसी बच्ची का यौन शोषण कर सबको हैरान कर दिया है । जिसने भी सुना वो शर्मसार हो गया और लोग पीड़ित बच्ची की उम्र को देखते हुए समाज की बिगड़ती मानसिकता को कोस भी रहे हैं।
इस घटना को लेकर पुलिस ने पॉक्सो के तहत मामला दर्ज कर लिया है। कावेरी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 376 और यौन अपराध से बच्चों के संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक (अपराध) अरविंद कुमार ने मीडिआ को बताया है कि आरोपी बच्चे को जुवैनाइल जस्टिस (जेजे) बोर्ड के सामने पेश किया गया है।उधर बाल कल्याण अधिकारी को दिए अपने बयान में पीड़िता बच्ची ने बताया कि जब वह अपनी गेंद लेने के लिए पड़ोसी के घर गई, तब लड़के ने उसका यौन शोषण किया। लड़की की मां के द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार यह घटना 12 अक्टूबर को हुई थी।
एफआईआर में मां ने बताया की जब उनकी मासूम बेटी जब छत पर खेल रही थी तो उसकी गेंद पड़ोसी के घर चली गई, जब वह गेंद वापस लेने गई तो उसे पड़ोस के किराएदार के बेटे ने गलत नीयत से पकड़ लिया।” इस मामले में पुलिस का कहना है कि हालांकि लड़के की उम्र नहीं बताई जा सकती है लेकिन मेडिकल जांच से पता चला है कि वह 7 साल का है।
आपको बता दें कि आईपीसी की धारा 83 ऐसे बच्चे जिनकी उम्र 7 से 12 वर्ष के बीच हो उन्हें आंशिक रूप से प्रतिरक्षा देती है। इसके तहत माना जाता है कि इस उम्र के बच्चों द्वारा किया गया कोई भी काम अपराध नहीं है, क्योंकि उनमें समझने के लिए पर्याप्त परिपक्वता नहीं होती और ना वो यह समझ पाते हैं कि उनके उस आचरण के क्या परिणाम होंगे।