प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात में कहा था कि युवा खेल खेल में ऐसी तकनीकी और खोज करें जिससे समाज को फायदा हो ऐसी ही एक काम की खबर आयी है बिहार से जहाँ भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से एमटेक कर रहे आकाश सागर ने सोनू सूद द वारियर नाम से एक रोबोट तैयार किया है जो कोरोना के इलाज में डॉक्टर और नर्सों की मदद करेगा। साथ ही मरीजों से दूरी भी बनी रहेगी। इसकी खासियत है कि रोबोट मरीज के पास पहुंचते ही डॉक्टर को मरीज की तस्वीर, उसका तापमान, ऑक्सीजन का स्तर मापकर मोबाइल पर संदेश भेज देगा। यही नहीं डॉक्टर के निर्देश पर जरूरी दवा भी मरीजों को उपलब्ध करा देगा।
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन के सेकेंड इयर के छात्र आकाश सागर का दावा है कि रोबोट माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स एंड वीएलएसआई तकनीक पर काम करता है। इसे कंप्यूटर या मोबाइल से जोड़कर इस्तेमाल किया जाएगा। आकाश ने कहा है की उन्होंने अभिनेता सोनू सूद से प्रेरित होकर इस रोबोट का नाम सोनू सूद द वारियर रखा गया है। इसको पेटेंट कराने की दिशा में भी जल्द काम शुरू किया जाएगा। आपको बता दें की होनहार स्टूडेंट आकाश बिहार में पटना गांधी चौक के रहने वाले हैं।
जब आकाश ने इस रोबोट पर काम करना शुरू किया तो इसमें उनकी लॉकडाउन के दौरान अपनी इंजीनियर बहन स्नेहलता का खूब साथ मिला और दोनों ने मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया। अब आकाश को इंतज़ार है कॉलेज खुलने का जब उनको मौका मिलेगा अपने रोबॉट सोनू सूद को सबके सामने पेश करने का …..
आकाश की ये कोशिश यह न सिर्फ कोरोना बल्कि किसी भी तरह के संक्रमण के मरीजों के इलाज में काफी मदद करेगा। दिलचस्प बात ये भी है कि सोनू सूद रोबोट यूबी रेज से खुद को स्ट्रलाइज भी करता रहेगा। इस रोबोट की खासियत है कि यह मरीजों को जरूरी दवा, खाना और लिक्विड डाइट भी बेड के हिसाब से देगा। साथ मरीजों की सारी जानकारी भी अपने साथ रखेगा। आकाश की ये कोशिशें और लोकडाउन के दौरान किये गए प्रयोग की सफलता बताती है की हिन्दुस्तान के युवाओं में प्रतिभा किस तरह से भरी हुयी है जिसको सही दिशा मिले तो वो कमाल कर सकती है।