फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर बदमाशों ने की लूट
महरौली-गुरूग्राम रोड पर एक सांसद के भाई की फॉरच्यूनर कार में फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर घूम रहे 3 यूवकों द्धारा एमजी रोड एक ट्रक चालक से 5 हजार लूटने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपियों के अनुसार उन्होंने पूरी वारदात को रील बनाने के लिए अंजाम दिया है। खास बात ये है कि ट्रक भी एक अन्य सांसद की ट्रांसपोर्ट कंपनी का है। फतेहपुरबेरी थाना पुलिस ने मामला दर्जकर प्रशांत समेत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों के मोबाइल से घटना की वीडियो ले ली गई है। दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपियों ने जिस सफेद रंग की फॉरच्यूनर कार से लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया है, वह सांसद के भाई लालसिंह के नाम रजिस्टर्ड है। लालसिंह ने ये कार अपने दामाद का दी थी। दामाद ने ये कार अपने चाचा के लड़के प्रशांत चौधरी को दी थी। इसमें सवार होकर प्रशांत अपने 2 साथियों के साथ 10 व 11 अप्रैल की रात 2 बजे सुल्तानपुर मेट्रो के पास पहुंचा। यहां पर प्रशांत सिंह फर्जी एसीपी राठोर बना। उसका एक साथी फर्जी सिपाही करण सिंह जाट बन बैठा।
इसके बाद सुल्तानपुर यूपी नंबर के ट्रक को रोके लिया और ट्रक के ड्राइवर आदेश कुमार निवासी परसुपुर खैरसुलिया एटा से मारपीट कर उससे 5 हजार रूपये छीन लिए। आदेश ने जब अपने मुंशी सत्यप्रकाश से फर्जी एसीपी राठौर से बात कराई तो आरोपी ने उसके साथ भी गाली-गलौज की। 5 हजार रूपये छीनने के बाद आरोपी कार में बैठकर गुरूग्राम की तरफ फरार हो गए। मुंशी सत्यप्रकाश ने इाकी सूचना पुलिस को दी। मामला दर्ज कर एसीपी विनोद नारंग व थानाध्यक्ष एसके झा की देखरेख में एसआई अश्विनी की टीम ने जांच शुरू की।
घटनास्थल की सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो टीम को फॉरच्यूनर कार का नंबर मिल गया। इसके बाद 4 से 5 घंटे के भीतर ही आरेपी प्रशांत चौधरी व उसके दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों ने पूछजाछ में खुलासा किया है कि वह सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध होना चाहते थे। इस कारण उन्होंने असली लूटपाट की। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस बात की जांच कर रही है कि आरोपी सही बोल रहे हैं या नहीं।