केजरीवाल ने लिखा पीएम को पत्र कहा प्लीज इसे मत रोकिए, हाथ जोड़ता हूं बजट पास कर दें
दिल्ली विधानसभा में आज बजट पेश नहीं होगा। इसे लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने पीएम मोदी से अपील की है कि दिल्ली के बजट को न रोकें। गौरतलब है कि दिल्ली के बजट में कई ऐेसे प्रावधान थे जिसे चिन्हित करते हुए गृहमंत्रालय ने उस पर जवाब मांगा था। इसी के बाद आप सरकार ने केंद्र पर आरोप लगाया कि वह दिल्ली का बजट पास नहीं होने दे रहे।
यही वजह है कि मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में केजवाल ने लिखा है, देश के 75 साल के इतिहास में पहली बार किसी राज्य का बजट रोका गया ।
केजरीवाल के बयान पर दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर ऑफिस ने स्टेटमेंट जारी किया। जिसमें बताया गया कि लेफ्टिनेंट गवर्नद ऑफिस ने स्टेटमेंट जारी किया। जिसमें बताया गया कि लेफ्टिनेंट गर्वनर वीके सक्सेना ने बजट पास कर कुछ नोट्स जोड़कर उन्हें 9 मार्च को दिल्ली सरकार के पास भेज दिया था। दिल्ली सरकार ने फिर इसे राष्ट्रपति से अप्रूव कराने के लिए गृह मंत्रालय को भेजा।
लेफ्टिनेंट गवर्नर ऑफिस से स्टेटमेंट जारी होने के बाद फाइनेंस मिनिस्टर कैलाश गहलोत ने देर शाम बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने बजट को लेकर अपनी कुछ चिंता जाहिर की थी और 17 मार्च को चीफ सेक्रेटरी को लेटर भेजकर बजट को अप्रूव करने से इनकार कर दिया था।
कैलाश गहलोत ने अपने बयान में कहा-अस्पष्ट कारणों के चलते दिल्ली के चीफ सेक्रेअरी ने 3 दिन तक इस लेटर को अपने पास छिपाकर रखा। मुझे इस लेटर के बारे में सोमवार दोपहर 2 बजे पता चला है। मुझे शाम 6 बजे यह फाइल मिली है और हमने रात 9 बजे तक गृह मंत्रालय की सारी चिंताओं को लेकर अपना जवाब लेफ्टिनेंट गवर्नर ऑफिस भेज दिया था।
दिल्ली के बजट को लेट कराने में दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी और फाइनेंस सेक्रेटरी की भूमिका की जांच की जानी चाहिए। इस पर लेफ्टिनेंट गवर्नर ऑफिस ने जवाब दिया कि हमें रात 9ः25 बजे फाइल मिली और लेफ्टिनेंट गवर्नर के अप्रूवल के बाद इसे 10,05 बजे मुख्यमंत्री कार्यालय भेज दिया गया था।