अब गुरुकुल में संतों को भी सिखाई जाएगी संस्कृत और अंग्रेजी, इस वजह से लिया फैसला
हरिद्वार में सनातन धर्म को विश्वस्तर पर बढ़ावा देने के लिए संतों को अब गुरुकुल में सिखाई जाएगी अंग्रेजी और संस्कृत साथ ही महंत और श्रीमहंत के लिए भी अलग से कक्षाएं संचालित की जाएंगी। गुरुकुल में महामंडलेश्वर और संत महात्मा एक साथ हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत और गणित के साथ साथ सदाचार का पाठ भी पढ़ेगें। बता दें कि संत महात्मा को उनकी आवश्यकता के अनुसार अन्य भारतीय भाषाओ का भी ज्ञान दिया जाएगा। इतना ही नहीं गुरुकुल में इंटरनेट की सुविधा और इंटरनेट के सदुपयोग से जरुरी ज्ञान भी प्रदान दिया जाएगा। साथ ही निरंजनी अखाड़े की समस्त गतिविधियों को भी ऑनलाइन किये जाने की योजना है। अखाड़े के महामलेश्वर चाहतें है कि सभी संत-महंत सदाचार के साथ बाकी विषयों में परांगत होकर विश्व स्तर पर सनातन धर्म के प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी का निर्वहन करें। इस संबध में आचार्य महामंडलेश्वर की पहल पर अखाड़े में गुरुकुल बनाने की तैयारी हो रही है। इसके लिए रुपरेखा तैयार कर ली गयी है।