Thursday, May 16, 2024
उत्तराखंड

उद्यान और कृषि विभाग के एकीकरण के विरोध में उतरे भाजपा विधायक प्रमोद नैनवाल, कृषि मंत्री को सौंपा ज्ञापन

देहरादून- रानीखेत से भाजपा विधायक प्रमोद नैनवाल ने उद्यान और कृषि विभाग के एकीकरण का विरोध किया है। विधायक प्रमोद नैनवाल ने आज इस संबंध में कृषि मंत्री गणेश जोशी को ज्ञापन सौंप एकीकरण न करने की मांग उठाई। विधायक नैनवाल ने कहा कि ऐसी चर्चाएं हैं कि सरकार उद्यान और कृषि विभाग का एकीकरण करने जा रही है अगर ऐसा होता है तो यह पर्वतीय इलाकों की खेती किसानी के लिये ठीक नहीं होगा। उन्होंने अपने विस्तृत ज्ञापन में राज्य की गैर सिंचित भूमि में होने वाले फलों-सब्जियों के उत्पादन की जानकारी दी। कहा कि राज्य के 13 जिलों में से केवल देहरादून, हरिद्वार और उधनसिंह नगर में ही सिंचाई के साधन हैं जबकि उत्तराखण्ड के पर्वतीय इलाकों में सिंचाई के साधान न के बराबर हैं। यही कारण था कि बिट्रिश शासन काल से पहाड़ों पर फलों और सब्जियों के उत्पादन पर जो दिया गया। विधायक नैनवाल ने कहा कि रानीखेत चौबटिया में फलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये उद्यान निदेशालय की स्थापना की गई थी। तब से लेकर आज तक इस पर्वतीय इलाके में काश्तकार उम्दा किस्म के फलों का रिकार्ड उत्पादन करते हैं। यह पहाड़ों की आजीविका का मूल आधार है। ऐसे काश्तकारों के संरक्षण के लिये ही उद्यान विभाग की परिकल्पना की गई है। छोटे-बड़े हर काश्तकार को उद्यान विभाग से कीटनाशक से लेकर बीज, उपकरण, संसाधन, बाजार जैसी सुविधाएं भी मिल रही हैं। अब अगर उद्यान विभाग का वजूद मिटाकर कृषि विभाग में एकीकरण कर दिया जाएगा तो काश्तकारों के भविष्य का क्या होगा? कृषि मंत्री गणेश जोशी ने विधायक प्रमोद नैनवाल की मांग पर गंभीरता से कार्यवाई का आश्वासन दिया है।

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