उत्तराखंड में डेल्टा प्लस वैरिएंट ने दी दस्तक, सामने आया पहला मामला
-आकांक्षा थापा
कोरोना वायरस का घातक वैरिएंट डेल्टा प्लस उत्तराखंड में आ चुका है… भले ही अभी ऊधमसिंहनगर से डेल्टा प्लस वैरिएंट का पहला मामला सामने आया है, लेकिन क्यूंकि ये वैरिएंट अधिक संकरात्मक और घातक है, बाकि लोगों में ये वायरस जल्दी से फैल सकता है… इसलिए जिस मरीज़ में डेल्टा प्लस वैरिएंट पाया गया है, उनके संपर्क में आये सभी लोगों को सचेत कर दिया गया है और उनकी भी कोरोना टेस्टिंग की जा रही है।
आपको बता दें ऊधमसिंहनगर जिले के दिनेशपुर में युवक का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। उनकी रिपोर्ट में डेल्टा प्लस वेरिंट की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। और जल्द से जल्द युवक की खोजबीन शुरू कर दी गई। जानकारी के मुताबिक युवक लाखनऊ से अपनी रिश्तेदारी में आया था और अब वापस लखनऊ चला गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीडि़त के चाचा के घर व उसके आसपास के लोगों के सैंपल भी लिए हैं। वहीँ, इलाके को कंटेनमेंट जोन में तब्दील कर दिया गया ।
बताया जा रहा है की लखनऊ निवासी रोहित सिंह दिनेशपुर वार्ड नंबर तीन स्थित अपने चाचा तरुण सिंह के घर में घूमने आया था। उसने 21 मई को गदरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोरोना की जांच के लिए सैंपल दिए थे। उस दौरान वह जांच मे कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, जिसके बाद उसे होम आइसोलेट कर दिया गया था। इस बीच जून में उसका आरटीपीसीआर सैंपल लेकर जांच के लिए दिल्ली भेजा गया था। इस दौरान युवक अपने घर वापस लौट गया था।
वहीँ, स्वास्थ्य विभाग ने जब बुधवार दोपहर रुद्रपुर से आई टीम के साथ प्रभारी चिकित्सा अधिकारी प्रदीप पांडे के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम रोहित के चाचा के घर जाकर जानकारी ली तो पता चला कि वह बहुत दिन पहले ही लखनऊ चला गया है। जिसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों रोहित के चाचा तरण सिंह के परिवार के सभी लोगों के साथ आसपास के लोगों के सैंपल लिए और उस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन में तब्दील कर दिया।सीएमओ डाक्टर देवेन्द्र सिंह पंचपाल ने बताया कि जिस मरीज डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है, वह लखनऊ का रहने वाला है और चला दिल्ली घर चला गया है। जिले में डेल्टा वेरिएंट का पहला मामला पाया गया है।