उत्तर प्रदेश में बढ़ा म्यूकर माइकोसिस का ख़तरा डायबिटीज के मरीजों को इससे ज्यादा खतरा
कोरोना संक्रमण के दूसरे दौर में वायरस से ठीक होने के बाद भी मरीजों में पोस्ट कोरोना इफेक्ट सामने आ रहा है. इनमें सबसे ज्यादा घातक फंगस इंफेक्शन है. इस बीमारी का नाम म्यूकर माइकोसिस है. दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात के बाद अब इस बीमारी ने उत्तर प्रदेश में दस्तक दी है. लखनऊ में कोरोना संक्रमण से जंग लड़ मरीजों में म्यूकर माइकोसिस के लक्षण मिले हैं.
म्यूकर माइकोसिस के कारण मरीजों की हड्डियां गलने लगती हैं. केजीएमयू के डॉक्टर के मुताबिक यह संक्रमण से भी फैलता है और काफी घातक होता है. यह शरीर की कोशिकाओं को मारता है और कई अंगों को छतिग्रस्त कर देता है. यहां तक की इससे मरीजों की जान पर भी बन आती है. आंखों की रोशनी के लिए भी म्यूकर माइकोसिस खतरनाक है.
चिकित्सकों का कहना है कि डायबिटीज के मरीजों को इससे ज्यादा खतरा होता है. वजह डायबिटीज के मरीजों में प्रतिरोधक क्षमता कम होती है ऐसे में इस बीमारी के फैलने का खतरा अधिक होता है. फिलहाल तक नाक से लेकर दिमाग तक इसका अधिक असर देखा गया है.
ब्लैक फंगस इंफेक्शन को लेकर लोगों के मन में कई सवाल हैं. जानकारी के अभाव में लोग डर भी रहे हैं. लोगों को डर है कि ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस के शिकार हो जाएंगे. आंखों की रोशनी चली जाएगी. ऐसे में केंद्र सरकार ने इस बीमारी को लेकर गाइडलाइन जारी की है.है.