अब हर प्रदेशवासी की होगी स्क्रीनिंग,जिलाधिकारियों को दिए 10 दिनों में रिपोर्ट देने के निर्देश-मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत
कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी नागरिकों की स्क्रीनिंग करने का फैसला लिया है। आंगनबाड़ी, ग्राम सभाएं और आशा वर्कर स्क्रीनिंग का काम करेंगे।
स्क्रीनिंग में अगर किसी में कोई लक्षण नज़र आता है तो उस व्यक्ति का कोरोना टेस्ट करवाया जाएगा। सबसे ज्यादा फोकस बच्चों और बुजुर्गों को लेकर रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि दस हजार आशाएं और 18 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। यह सभी इस काम में जुटेंगे। 10 दिनों में स्क्रीनिंग का काम पूरा करने के निर्देश जिलाधिकारियों को दिया गया है। जितनी ज्यादा स्क्रीनिंग होगी, उतना ही कोरोना को कंट्रोल किया जा सकेगा। सीएम ने कहा कि स्क्रीनिंग समय समय पर करवाई जाएगी। अभी ज्यादातर मामले उत्तराखंड लौटे प्रवासियों के सामने आए हैं। सैंपल टेस्टिंग को तेज करने के लिए निर्देश दिए हैं। 15 से 20 दिनों में स्थिति नियंत्रण में आने की भी उम्मीद की जा रही है। सामुदायिक संक्रमण के अभी हालात नहीं बने हैं। ऐसे में कंटेनमेंट जोन पर सरकार सबसे ज्यादा नजर रख रही है। इसके साथ ही गंभीर संक्रमण वाले शहरों का चिन्हिकरण किया गया है। वहां से आने वालों के लिए संस्थागत और होम क्वारंटीन की व्यवस्था है।