कुन्नुर हेलीकॉप्टर हादसे में जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 11 और जवानों की मृत्यु से पूरा देश शोक मना रहा हैं वहीं कुन्नूर हादसे में केवल ग्रुप कप्तान वरुण सिंह ही जिंदा बचे हैं और उनका इलाज वैलिंगटन के अस्पताल में चल रहा है। फिलहाल कप्तान वरुण सिंह लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं ,उन्हें बचाने की संभव कोशिश की जा रही है। इसकी जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद को दी है। बुधवार को हुए हादसे में हेलीकाप्टर का नियंत्रण कप्तान वरुण कर रहे थे।
कौन हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, जानिए ..
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के जिला देवरिया, तहसील रुद्रपुर के कन्हौली गांव के निवासी है। कैप्टन वरुण सिंह का जन्म दिल्ली में हुआ, उनकी उम्र 42 साल है…… वरुण सिंह के पिता कृष्ण प्रताप सिंह सेना में कर्नल पद से रिटायर्ड हुए थे। कप्तान वरुण के छोटी भाई तरुण मुंबई में नेवी की पोस्ट में हैं। इस समय वरुण सिंह इंडियन एयर फोर्स में ग्रुप कैप्टन के पद पर तैनात हैं और तमिलनाडु के वेलिंगटन में वे रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज के डायरेक्टिंग स्टाफ हैं। उनकी पत्नी गीतांजली एक बेटा रिद रमन और एक बेटी आराध्या जो उनके साथ ही रहते हैं …..हालांकि, वर्तमान में उनका परिवार भोपाल में रह रहा था।
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इस साल स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था, शांति से समय में दिया जाने वाला यह पुरुस्कार सबसे बड़ा पदक है… ग्रुप कप्तान वरुण सिंह बेहद ही अनुभवी कप्तान हैं, पिछले साल 12 अक्टूबर 2020 में एक उड़ान के दौरान ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के तेजस फाइटर में तकनीकी खराबी आ गई थी, जिसके बाद उन्होंने अपने फाइटर प्लेन को मिड-एयर इमरजेंसी यानि आपात स्तिथि के बावजूद सुरक्षित उतारा था। इस कार्य के लिए उन्हें 15 अगस्त 2021 में शौर्य चक्र से नवाजा गया था। फिलहाल पूरा देश उनके जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहा है।