नही रहे ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह , 7 दिनों तक लडी जिंदगी की जंग, देश कर रहा है उनके शौर्य को याद
देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर हादसे में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार को निधन हो गया है । इंडियन एयरफोर्स ने सोशल मीडिया में ट्वीट कर इसकी जानकारी दी ‘भारतीय वायुसेना को बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की सूचना देते हुए गहरा दुख हो रहा है, जिनकी आज सुबह 8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर दुर्घटना में घायल होने के कारण मृत्यु हो गई। भारतीय वायुसेना गहरी संवेदना व्यक्त करता है और शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ा है। आपको बता दें कि एयरफोर्स के मुताबिक ग्रुप कैप्टन वरुण ने गंभीर चोटों के वजह से दम तोड़ दिया । तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर हादसे में घायल होने के बाद पहले उन्हें वेलिंगटन के आर्मी अस्पताल में भर्ती किया गया था बाद में उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें बेंगलुरु शिफ्ट किया गया था । वे पिछले 7 दिन से जिंदगी की जंग लड़ रहे थे ।
उनके निधन से उनके परिवार में शोक का माहौल है ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह मूल रूप से यूपी के देवरिया जिले के कनौहली गांव के रहने वाले थे। 12 अक्तूबर 2020 को फ्लाइंग कंट्रोल सिस्टम खराब होने के बावजूद, वरुण ने करीब दस हजार फीट की ऊंचाई से विमान की सफल लैंडिंग कराई थी। इसके लिए 15 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया था। पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जाहिर किया है उन्होंने लिखा कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को श्रद्धांजलि। देश के लिए उनकी सेवा को सभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदनाएं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी उनके निधन पर शोक जाहिर करते हुए लिखा कि IAF पायलट ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन से हुए दर्द को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। वह सच्चे फाइटर थे, जिन्होंने अपनी अंतिम सांस तक जंग जारी रखी। पूरे देश से आज उन्हें नम आंखों से याद किया जा रहा है।