यूक्रेन के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी, भारत से की मानवीय मदद की मांग
रुस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है। भारत दौरे पर आईं यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमिन जापारोवा ने मंगलवार को राज्य विदेश मंत्री मीनाक्षी लेखी को यह पत्र सौंपा। जेलेंस्की ने अपने पत्र में मानवीय सहायता के अंतर्गत अतिरिक्त दवाओं और चिकित्सा उपकरणों को भेजे जाने की मदद का अनुरोध किया है। वहीं, यूक्रेन की विदेश मंत्री ने भी यह दावा किया कि यूक्रेन, युद्ध के समय उनके देश में पढ़ रहे भारत के मेडिकल छात्रों को राज्य में उनकी योग्यता के लिए परीक्षा देने की अनुमति देगा। यह भारत के हजारों छात्रों के लिए बड़ी राहत की खबर होगी, जिनको युद्ध शुरु होने के बाद भारत वापस आना पड़ा था।
भारत में अपने दौरे के दौरान एक थिंक टैंक को संबोधित करते हुए यूक्रेन की उप विदेश मंत्री ने कहा कि रुस के साथ खड़े होने का अर्थ इतिहास के गलत पक्ष के साथ होना है और उनका देश भारत के साथ घनिष्ठ संबंध चाहता है। इस दौरान जापारोवा ने पाकिस्तान के साथ यूक्रेन के संबंधों को लेकर कहा कि पाकिस्तान के साथ उनके देश के सैन्य संबंध करीब तीन दशक पहले शुरु हुए थे, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि उनका पाकिस्तान के साथ गठजोड़ भारत के खिलाफ है।
इस दौरान जापारोवा ने भारत के अधिकारियों से यूक्रेन का दौरा करने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि भारत एक वैश्विक नेता और जी-20 के मौजूदा अध्यक्ष के रुप में शांति स्थापित करने में अहम भूमिका निभा सकता है।