प्रदेश में जगह जगह पर बिखरा हुआ कूड़ा-कचरा बड़ी परेशानी बना हुआ है। कूड़ेदान होने के बावजूद भी रास्तों नालों और सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा कचरा पड़ा रहता है। वहीं पिछले दिनों हाईकोर्ट ने इसे निर्धारित समय में निस्तारित करने के लिए एक ई-मेल आईडी जारी की थी, जिसकी मदद से प्रदेशभर में बिखरे कूड़े की शिकायत दर्ज की जाएगी। शिकायतों पर कार्रवाई करने की जिम्मेदारी गढ़वाल और कुमाऊं मंडलायुक्त को दी गई है। ऐसे में कूड़े की शिकायतों का अब त्वरित निस्तारण किया जायेगा।
इसके लिए सभी निगम-निकायों में क्विक रिस्पांस टीमों का गठन होने जा रहा है। अपर निदेशक अशोक कुमार पांडेय ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में भी पहली बार क्विक रिस्पांस टीम को शामिल किया गया है। यह टीमें स्वच्छता एप या अन्य माध्यम से आने वाली शिकायतों को 4, 8, 10 या 24 घंटे की अवधि में दूर करेंगी। शहरी विकास निदेशालय ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के तहत इन टीमों के गठन के निर्देश दिए हैं। इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में कई पहलुओं को बारीकी से शामिल किया गया है। इस बार सर्वे करने वाली टीम शहर के खाली प्लॉटों का भी जायजा लेगी। अगर उनमें कूड़ा न मिला तो अलग से अंक मिलेंगे। सर्वेक्षण में 70 फीसदी अंक सर्विस लेवल बेंचमार्क, डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन और पब्लिक फीडबैक के होंगे, जबकि 30 फीसदी अंक सर्टिफिकेट्स के होंगे।