BJP बोली बहस के लायक नही आप – आप बोली मुख्यमंत्री रावत जीरो वर्क सीएम
भाजपा के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि आम आदमी पार्टी का उत्तराखंड में न कोई वजूद है और न हीं उनके नेता इस लायक है कि उनकी किसी बात का जवाब दिया जा सके। उनकी गैर जिम्मेदार हरकत उत्तराखंड की राजनीति के फ्रेम में अपने को फिट करने के प्रयास तक सीमित है। यदि आम आदमी पार्टी के नेता यहां आकर पहाड़ की चोटियों को देख भी लें तो आप की टोपी जमीन पर ही गिर जाएगी। इसलिए आप के नेता उत्तराखंड में भाजपा को चुनौती देने का ख्वाब न हीं देखें तो ही अच्छा है। ये बयान शाम होते होते तब आया जब दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीश सिसोदिया बहस के लिये देहरादून आये थे और राज्य सरकार को विकास के नाम पर बहस का समय बता दिया था
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आईआरडी टी ऑडिटोरियम में मदन कौशिक का लगभग एक घंटा इंतज़ार किया। वहीं उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से खुली बहस करने नहीं पहुंचे। तय समय के अनुसार दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ठीक सुबह 11 बजे देहरादून स्थित आईआरडीटी ऑडिटोरियम पहुंचे। आम आदमी पार्टी ने पहले ही कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को पत्र के माध्यम से सूचना भेज दी थी, जिस पर पहले तो मदन कौशिक ने चुनौती स्वीकार की ,लेकिन बहस में नहीं पहुंचे। इस कार्यक्रम मंच पर एक कुर्सी मदन कौशिक जी के लिए लगवाई गई थी ,ताकि उत्तराखंड में हुए विकास पर दोनों ही पार्टी के नेताओं में खुली बहस हो। लेकिन मदन कौशिक के ना पहुंचने पर सिसोदिया ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि ,उन्होंने बीजेपी सरकार के मुखिया से सिर्फ पांच किए हुए कार्य गिनवाने को कहा था और शासकीय प्रवक्ता ने कहा था कि 5 नहीं पूरे 100 काम गिनवाएंगे। लेकिन जब खुली बहस का समय आया, तो कौशिक जी भाग खडे हुए।
मनीष सिसोदिया ने इस कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री की विधानसभा डोईवाला में मौजूद एक राजकीय प्राथमिक विद्यालय जीवनवाला का भी दौरा किया। इस विद्यालय में पहुंचे सिसोदिया ने पाया कि ,स्कूल के शौचालय में दरवाजे नहीं थे, गंदगी पसरी पडी थी। स्कूल की चाहरदीवारी भी टूटी हुई थी। इसके साथ ही भवन की हालत काफी जर्जर थी। सिसोदिया ने कहा कि ये हाल तो मुख्यमंत्री की विधानसभा के स्कूल का है और स्कूलों के क्या हालात होंगे ये लोग बखूबी जानते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जनता को विकास चाहिए लेकिन यहां की सरकारों ने सिर्फ यहां भ्रष्टाचार और लूट को बढावा दिया है जिसे अब यहां की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने यहां से दिल्ली के लिए प्रस्थान करते हुए एक बार फिर उम्मीद जताई कि आगामी 6 जनवरी को उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री से उनकी भेंट दिल्ली में हो और विकास के नाम पर एक खुली और अच्छी बहस हो सके।