महाकुंभ के तीसरे और सबसे बड़े शाही-स्नान में साधु-संत लगा रहे डुबकी, कोरोना के नियम हुए तार-तार
-आकांक्षा थापा
आज बुधवार को महाकुंभ का तीसरा और सबसे बड़ा शाही स्नान यानि मेष संक्रांति का शाही स्नान है. .. हरिद्वार में हो रहे महाकुंभ में बैसाखी के मौके पर शाही स्नान में साधु-संत गंगा में डुबकी लगा रहे हैं। साथ ही निरंजनी अखाड़े के साधुओं ने हर की पौड़ी में बैसाखी के मौके पर गंगा स्नान किया। प्रशासन ने इस बार 6 लाख श्रद्धालुओं के यहां जुटने का अनुमान लगाया है।
कोरोना संक्रमण की खौफनाक दूसरी लहर के बीच हरिद्वार में हो रहे महाकुंभ के तीसरे शाही स्नान में सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा के साधुओं ने हर की पौड़ी में बैसाखी के मौके पर गंगा स्नान किया। इसके बाद सभी अखाड़ों के साधु-संतो ने डुबकी लगाई। हालांकि इस बार पिछली बार से कम भीड़ मौजूद है। प्रशासन ने इस बार 6 लाख श्रद्धालुओं के यहां जुटने का अनुमान लगाया है।
साथ ही आपको बता दें की इससे पहले सोमवती अमावस्या के मौके पर 102 तीर्थयात्री कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। लेकिन इसके बावजूद आज भी शाही स्नान के दौरान कोरोना को लेकर श्रद्धालुओं में कोई डर नहीं दिख रहा है। कुंभ मेला की आईजी संजय गुंजयाल ने बताया, ‘बैसाखी का स्नान 4 शाही स्नान और कुंभ के सभी 11 स्नानों में से सबसे बड़ा माना जाता है। 2010 में यहां 1.70 करोड़ लोग आए थे जैसा कि सैटलाइट इमेज के जरिए कैप्चर किया गया था, इस साल बैसाखी स्नान के लिए 6 लाख लोग यहां मौजूद हैं।’