किन्नर अखाड़े की मुश्किल – 2021 हरिद्वार कुंभ में शाही स्नान के अधिकार को लेकर विवाद गहराया
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व प्रवक्ता बाबा हठयोगी ने कहा है कि सदियों से चली आ रही अखाड़ा परंपरा का उल्लंघन कर किन्नर अखाड़े को मान्यता नहीं दी जा सकती है। दिगंबर अणी अखाड़े के स्थानीय प्रतिनिधि बाबा हठयोगी ने कहा कि वर्तमान अखाड़ा परिषद का गठन ही असांविधानिक है।
सदियों से चली आ रही परंपरा के तहत केवल 13 अखाड़ों को ही मान्यता प्राप्त है। तीन बैरागी अणियों में 18 अखाड़े शामिल हैं, लेकिन सभी बैरागी अखाड़े तीनों अणियों के साथ ही कुंभ मेले में शाही स्नान करते हैं।
श्रीमहंत हरि गिरि चाहें तो जूना अखाड़े के साथ किन्नर अखाड़े को भी स्नान करा सकते हैं, लेकिन किन्नर अखाड़े को मान्यता नहीं दी सकती है। सरकार और मेला प्रशासन के पास उपलब्ध कुंभ मेला संबंधी रिकॉर्ड में भी केवल 13 अखाड़ों का उल्लेख है।
श्रीमहंत हरि गिरि चाहें तो जूना अखाड़े के साथ किन्नर अखाड़े को भी स्नान करा सकते हैं, लेकिन किन्नर अखाड़े को मान्यता नहीं दी सकती है। सरकार और मेला प्रशासन के पास उपलब्ध कुंभ मेला संबंधी रिकॉर्ड में भी केवल 13 अखाड़ों का उल्लेख है।