‘जनता की बात को बेबाकी से उठाना ही कवियों और लोकगायकों का कर्तव्य’- लोकगायिका नेहा सिंह राठौर के समर्थन में आए कुमार विश्वास
लोकगायिका नेहा सिंह राठौर एक बार फिर से अपने गीत ‘बिहार में का बा’ को लेकर चर्चा में हैं। बिहार में का बा के सीजन-2 में नेहा ने बिहार में रामनवमी पर हुई हिंसा को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। इस पर कवि डॉ कुमार विश्वास ने उनकी तारीफ की है।
बिहार की प्रसिद्ध लोकगायिका नेहा सिंह राठौर अपने गीतों से लगातार जनता की आवाज उठाती हैं। सरकार की बुरी नीतियों और भ्रष्टाचार पर वह लगातार अपने गीतों से तंज कसती रहती हैं। इसके साथ ही नेहा के ये गीत समाज और युवाओं को जागरुक करने का भी काम करते हैं। ‘यूपी में का बा’ के दो गीतों के जरिए नेहा ने योगी आदित्यनाथ की सरकार को कईं मुद्दो पर घेरा है। इसी तरह ‘बिहार में का बा’ के माध्यम से नेहा ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। रामनवमी पर बिहार में हुई हिंसा पर नेहा ‘बिहार में का बा’ पर नया गीत लेकर आई हैं। नेहा ने बुधवार को अपने ट्विटर हैंडल से यह गीत अपलोड किया। इस पर हिंदी के प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास ने नेहा की तारीफ की है।
रामनवमी के मौके पर बिहार सहित कईं राज्यों में शोभायात्रा के दौरान हिंसक घटनाएं और झडप हुईं। बिहार की स्थिति इतनी बिगड़ी थी कि कईं जिलों में इंटरनेट सेवा बंद करनी पड़ी और धारा 144 लागू करनी पड़ी थी। गृह मंत्री अमित शाह को अपना सासाराम जाने का कार्यक्रम भी रद्द करना पड़ा था। इसी पर लोकगायिका नेहा सिंह राठौर ने नीतीश कुमार सरकार पर धावा बोलते हुए ‘बिहार में का बा पार्ट-2’ जारी किया। कवि कुमार विश्वास ने नेहा की बातों और गीतों से खुश होकर अपने ट्विटर हैंडल पर एक कविता शेयर की है और लिखा है, ‘जीती रहो नेहा।’
‘जनता की बात बेबाकी से उठाना ही कवियों और लोकगायकों का कर्तव्य‘
कुमार विश्वास ने नेहा के गीत के रीट्वीट करते हुए एक कविता शेयर की और लिखा कि जनता की बात को पूरी बेबाकी से उठाना ही कवियों और लोकगायकों का कर्तव्य है।
नेहा सिंह ने बिहार सरकार से किए सवाल
अपने गीत के जरिए नेहा ने रामनवमी के अवसर पर सासाराम में हुई हिंसा को लेकर सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को घेरा है। नेहा ने अपने गीत के जरिए कहा, ‘रामनवमी के जुलूस में पत्थरबाजी जारी बा, चाचा-भतीजा के चक्की में पीस रहल बिहारी बा..का बा..बिहार में का बा..चोरी, चकारी, अपहरण, हिंसा के सुगबुगाहट बा, हमरा ता लागत बा भैया जंगलराज के आहट बा..चाचा के चरण में भतिजवा के चारोंधाम बा, मरे ला झपरा, जरत नालंदा, जरे सासाराम बा, का बा..बिहार में का बा…’
बता दें कि पिछले दिनों लोकगायिका को कईं विवादों का सामना करना पड़ा था। कानपुर देहात में मां-बेटी की हत्या को लेकर ‘यूपी में का बा पार्ट-2’ पर यूपी पुलिस ने उन्हें नोटिस थमा दिया था।