24 घंटे में देश में मिले रिकॉर्ड 9304 कोरोना मरीज, 260 लोगों की मौत के साथ मृतकों का आंकड़ा 6 हजार के पार
देश में पिछले 24 घंटे में पहली बार 9 हजार से अधिक कोरोना मरीज मिले हैं। गुरुवार सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए डेटा के मुताबिक 9304 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इस दौरान देश में 260 लोगों की इस संक्रमण की वजह से जान चली गई है और मृतकों का आंकड़ा छह हजार के पार चला गया है। कोविड-19 से देश में अब तक 6075 लोगों की मौत हो चुकी है।
देश में कोरोना मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 2 लाख 16 हजार 919 हो गई है तो अब एक्टिव केसों की संख्या 1 लाख 6 हजार 737 है। पिछले 24 घंटे में 3804 मरीज ठीक हुए हैं। अब तक कुल 1 लाख 4 हजार 107 मरीज रिकवर हो चुके हैं। बुधवार को देश में 8,909 नए मामले मिले थे जबकि 217 लोगों की मौत हुई थी।
आईसीएमआर ने कहा है कि पिछले 24 घंटे में 1 लाख 39 हजार 485 सैंपल की जांच की गई है। देश में अब तक कुल 42 लाख 42 हजार 718 सैंपल की जांच की जा चुकी है।
महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात और दिल्ली जैसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों के अलावा बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम, नगालैंड, मिजोरम और सिक्किम समेत कुछ पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में भी मामले लगातार मिल रहे हैं। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश और केरल भी उन राज्यों में शामिल हैं जहां कोविड-19 से संक्रमित और लोग मिले हैं। मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि देश में कोविड-19 से पीड़ित मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 48 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है।
अमेरिका, ब्राजील, रूस, ब्रिटेन, स्पेन और इटली के बाद भारत कोविड-19 महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित सातवां देश है। भारत में संक्रमितों का आंकड़ा मंगलवार रात को दो लाख के पार पहुंच गया था जिनमें से करीब एक लाख नए मामले बीते 15 दिनों में सामने आए। भारत में कोविड-19 का पहला मामला 31 जनवरी को सामने आया था।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि देश भर में कोविड-19 की जांच 40 लाख के पार हो चुकी है जबकि रोजाना 480 सरकारी और 208 निजी प्रयोगशालाओं के जरिये करीब एक लाख 40 हजार जांच की जा रही है। सूत्रों ने कहा कि इस क्षमता को और बढ़ाकर प्रतिदिन दो लाख जांच करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
इस बीच हैदराबाद में सेलुलर एवं आणविक जीवविज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) के वैज्ञानिकों ने देश में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों में एक विशिष्ट लक्षण की पहचान की है, खासकर तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे दक्षिणी राज्यों में।
भारत में 41 प्रतिशत जीनोम अनुक्रम में मिले विषाणु की आबादी के इस विशिष्ट समूह को उन्होंने ‘क्लेड ए3आई नाम दिया है। सीसीएमबी ने ट्वीट किया, “भारत में सार्स-सीओवी2 के प्रसार के जीनोम अनुक्रम का एक नया पूर्वमुद्रण मिला है। नतीजे विषाणुओं की आबादी के एक खास समूह को दर्शाते हैं जो अब तक अचिन्हित था, भारत में यह काफी मात्रा में मौजूद है-जिसे क्लेड ए3आई कहा जाता है।”