कांग्रेस के दिग्गज लीडर और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस महासचिव हरीश रावत को गलवान में शहीद भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए उत्तराखंड सरकार ने मनाही कर दी है। कांग्रेस महासचिव हरदा ने शुक्रवार को शहीद स्थल या गांधी मूर्ति के नीचे बैठने की अनुमति जिला प्रशासन से मांगी थी जिसको प्रशासन ने मना कर दिया है। दरअसल इसके पीछे वजह बताई गयी है हरीश रावत का क्वारंटाइन पीरियड का खत्म न होना जो कि 28 जून को पूरी हो रही है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हांलाकि इस फैसले से अपनी नाराज़गी भी जताई है और कहा है कि सरकार उनके नागरिक अधिकार पर अतिक्रमण नहीं कर सकती है।
कांग्रेस हाईकमान ने पार्टी नेताओं और प्रदेश संगठन को भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी में शहीद भारतीय सैनिकों की स्मृति में शुक्रवार को श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। इसके मद्देनजर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरुवार को जिलाधिकारी को पत्र भेजकर उक्त अनुमति मांगी थी। पत्र में उन्होंने कहा कि वह अकेले ही शुक्रवार को शहीदों की स्मृति में सुबह 11 से 12 बजे तक बैठेंगे। इसके तत्काल बाद घर लौट जाएंगे। जवाब में उप जिलाधिकारी गोपाल सिंह बनवाल ने पत्र भेजकर स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों का हवाला देते हुए अनुमति देने से इन्कार किया है।