उत्तराखंड में बदला बिजली का बिलिंग पीरियड, उपभोक्ताओं को दो महीने में 370 रुपये तक का होगा फायदा
देहरादून– उत्तराखंड के 20 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के लिये बड़ी राहत भरी खबर बाई है। उर्जा विभाग ने राज्य में बिजली का बिलिंग पीरियड बदल दिया है इससे उपभोक्ताओं को दो महीने में करीब 370 रूपये तक का फायदा होगा। यूपीसीएल के बिजली बिलों का चक्र बदलने से उपभोक्ताओं का बिल अब पहले की अपेक्षा कम आएगा। ऊर्जा निगम अब तक बिजली उपयोग करने का समय 15 दिनों से अधिक होने पर पूरे महीने का बिल तैयार करता था। भले ही बिजली का उपयोग 15 दिन ही क्यों न किया हो। इसी तरह बिजली उपयोग का समय 16 दिन या उससे अधिक 45 दिन तक होने की स्थिति में भी एक महीने का बिल जारी किया जाता है। 46 दिन या उससे अधिक 75 दिन तक दो महीने का बिल जारी किया जाता है, जिससे उपभोक्ता को स्लैब के अनुसार अधिक बिजली दरों का भुगतान करना पड़ता था। नये बिलिंग पीरियड के तहत हर महीने का बिल 25 से 35 दिन और दो महीने का बिल 55 से 65 दिन के भीतर तैयार किया जाएगा। इसमें भी जितने दिनों का बिल तैयार होगा, भुगतान उसी के अनुरूप तय दरों के अनुसार करना होगा। इससे उपभोक्ताओं का बिजली बिल ज्यादा दरों वाले स्लैब तक नहीं पहुंच सकेगा। इसी माह से यह व्यवस्था लागू होगी।
दो महीने में होगा 370 रुपये तक का फायदा
नए बिलिंग पीरियड के कारण अब 20 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी। बिलिंग पीरियड 45 दिन की बजाय 25 से 35 दिन किए जाने से अब अधिक यूनिट तक बिजली बिल नहीं पहुंचेगा। इससे लोगों को अधिक बिजली यूनिट से आने वाले महंगे बिजली बिल से राहत मिलेगी। अभी एक महीने का बिजली बिल 45 दिन पर तय होता है। बिल दो महीने में आता है। कभी 50 दिन और कभी 65 दिन पर दो महीने का बिल आता है। इससे इन 50 से 65 दिनों के भीतर आम उपभोक्ता की बिजली यूनिट 400 से ऊपर पहुंच जाती है। इसके कारण लोगों को न सिर्फ प्रति माह 135 रुपये फिक्सड चार्ज का भुगतान करना होता है। बल्कि प्रति यूनिट 5.40 रुपये की दर से भुगतान करना होता है। यही बिल यदि 25 से 35 दिन के भीतर आता है, तो आम आदमी का बिजली बिल 200 यूनिट के भीतर रहेगा। इससे उसे हर महीने फिक्सड चार्ज 80 रुपये और प्रति यूनिट 3.45 रुपये की दर से बिजली बिल का भुगतान करना होगा।
अब ऐसे तय होगी बिजली की यूनिट
ऊर्जा निगम ने एक महीने में 30.417 दिन तय किए हैं। अब यदि आपका बिजली बिल 50 दिन में आता है, तो आपकी 100 यूनिट तक बिजली खर्च तय करने का सिस्टम बदल जाएगा। 100 यूनिट को 50 से गुणा करने के बाद आने वाले आंकड़े को 30.417 दिन से भाग देने पर आनी वाली 164.38 यूनिट को पहला स्लैब माना जाएगा। इस तरह बिजली बिल का जो पहला स्लैब 100 यूनिट तक माना जाता है। वो 50 दिन के बिल पर पहला स्लैब 164.38 यूनिट माना जाएगा। इस तरह आम लोगों को पहले स्लैब के रूप में 64.38 यूनिट का अतिरिक्त लाभ मिलेगा। यही फार्मूला अन्य स्लैब पर भी लागू होगा। नई व्यवस्था में फिक्सड चार्ज की गणना भी हर महीने की बजाय प्रतिदिन के अनुसार होगी। मौजूदा बिलिंग चक्र के अनुसार जारी होने वाले बिजली बिलों में आम जनता को नुकसान हो रहा है। यूपीसीएल की ओर से समय पर बिल जारी नहीं किए जाते। कभी 46 दिन में दो महीने का बिल भेजा जाता है। तो कभी 75 दिन से अधिक का समय लिया जाता है। इस अनियमितता को दूर कर दिया गया है। उपभोक्ताओं को इसका बड़ा लाभ मिलेगा।