बढ़ती महंगाई के ख़िलाफ़ आज भारत बंद, व्यापारियों ने किया जीएसटी-पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों का विरोध
-आकांक्षा थापा
वस्तु सेवा कर (जीएसटी) के नियमों की समीक्षा की मांग और पेट्रोल- डीजल के बढ़ते दामों के विरोध में आज कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के व्यापारियों ने भारत बंद का एलान किया है। ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन (एआईटीडब्ल्यूए) और संयुक्त किसान मोर्चा सहित कई व्यापारिक संगठनों और परिवाहन संगठनों ने भारत बंद का समर्थन किया। आज सुबह 6 बजे से रात के 8 बजे तक भारत बंद लागू रहेगा। इस दौरान व्यावसायिक बाज़ार को और ट्रांसपोर्ट को बंद रखा जाएगा……लेकिन आवश्यक वस्तुओं की बिक्री करने वाली दुकानें खुल रहेंगी…. करीब 1 करोड़ ट्रांसपोर्टर्स ने हड़ताल और चक्का जाम कर दिया है। वहीँ देश की राजधानी दिल्ली में इस बंद का कोई असर नहीं दिख रहा है जबकि भारत बंद शुरू होने के कुछ समय के अंदर ही देश के बाकि राज्यों में इसका असर देखने को मिल रहा है।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के बयान में कहा गया है कि पिछले चार साल में जीएसटी में करीब 950 संशोधन हो चुके हैं। जीएसटी पोर्टल में लगातार तकनीकी गड़बड़ी और अनुपालन दबाव इस सिस्टम की खामियों में शामिल हैं। जीएसटी सिस्टम की सफलता के लिए स्वैच्छिक अनुपालन सबसे अहम है, क्योंकि इससे अधिक-से-अधिक लोग अप्रत्यक्ष कर प्रणाली से जुड़ेंगे। इससे टैक्स बेस बढ़ेगा और रेवेन्यू में इजाफा होगा। कैट ने यह भी कहा की देश के 1500 स्थानों में धरना प्रदर्शन किया जाएगा…
वहीँ दिल्ली में CTI ने बाजारों को खोले रखने का फैसला लिया.. GST के कठिन प्रावधानों के विरोध में गुरुवार को व्यापारियों के संगठन चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ने एक वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग का आयोजन करके व्यापारियों की महापंचायत बुलाई। इस वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में दिल्ली की 240 बड़ी व्यापारिक संस्थाओं ने हिस्सा लिया। सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि मीटिंग में सभी ने सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया कि GST के काले कानूनों का विरोध जारी रहेगा लेकिन दिल्ली बंद करना इसका समाधान नहीं है इसलिए दिल्ली में बाजार और दुकानें खुली हुई दिखीं।