Sunday, April 28, 2024
उत्तराखंडक्राइम

CAU के सचिव माहिम वर्मा की गिरफ्तारी पर रोक, पर कम नहीं हुई हैं मुसीबतें, कोर्ट ने कहा पुलिस जांच का सामना करें माहिम

नैनीताल- क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सचिव माहिम वर्मा की गिरफ्तारी पर भलेही नैनीताल हाईकोर्ट ने रोक लगा दी हो लेकिन ये राहत फौरी है। अब फरार चल रहे माहिम वर्मा को हर हाल में पुलिस जांच का सामना कर एक-एक सवाल का जवाब देना होगा। आपको बता दें कि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सचिव महिम वर्मा समेत सात लोगों पर क्रिकेटर आर्य सेठी को धमकाने पीटने और घूस मांगने के आरोप लगे हैं। क्रिकेटर आर्य सेठी के पिता की तहरीर पर पुलिस ने एफ आई आर दर्ज की है और तब से ही ये सातों आरोपी फरार चल रहे हैं। इस बीच सचिव महिम वर्मा और प्रवक्ता संजय गुंसाई गिरफ्तारी से बचने के लिए नैनीताल हाईकोर्ट पहुंचे। जहां आज उनकी याचिका पर हाईकोर्ट की एकल पीठ ने सुनवाई की। जिसके बाद कोर्ट ने अर्नेश कुमार मामले के आधार पर आरोपी महिम वर्मा और संजय गुंसाई की गिरफ्तारी पर फिलहाल रोक लगाने के आदेश दिए हैं। लेकिन कोर्ट ने कहा है कि महिम वर्मा पुलिस जांच में सहयोग करेंगे। साथ ही इस मामले में राज्य सरकार को नोटिस जारी कर 2 हफ्ते के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा है।
अब चुकी नैनीताल हाईकोर्ट से महिम वर्मा की गिरफ्तारी पर रोक लग चुकी है, ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि इस मामले में आखिरकार देहरादून पुलिस का रवैया इतना ढीला ढाला क्यों रहा? एफ आई आर दर्ज होने के कई दिन बीत जाने के बावजूद देहरादून पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई। यह सच है कि प्राकृतिक न्याय के आधार पर महिम वर्मा की गिरफ्तारी पर रोक लगी है। लेकिन अब महिम वर्मा को हर हाल में पुलिस के सामने पेश होना होगा। साथ ही इस प्रकरण में पुलिस द्वारा तैयार किए गए तमाम सवालों के जवाब भी सभी सातों आरोपियों को देने पड़ेंगे। लिहाजा इस प्रकरण में कानूनविदों का मानना है कि महिम वर्मा को मिली राहत फौरी है।

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