उत्तराखण्ड में शुरू हुई फ्री मोबाइल ऑटो एंबुलेंस
कोरोना की दूसरी लहर में आम जनता को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीज को अस्पताल तक पहुंचाने में लोगों के पसीने छूट रहे हैं। लोगों को समय पर एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिल पा रही। राज्य के ज्यादातर शहरों में लोग घंटों एंबुलेंस का इंतजार कर रहे हैं। एंबुलेंस संचालकों के नम्बर या तो काम नहीं करते या उनके फोन नहीं उठते। जिन नम्बरों पर बात हो भी रही है उनसे से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल रहा।
एंबुलेंस की समस्या को देखते हुये उत्तराखण्ड पुलिस ने एक अभिनव पहल शुरू की है। जिसके तहत देहरादू में निशुल्क मोबाइल ऑटो एबुंलेंस का संचालन किया गया है। ऑटो रिक्शा में प्राथमिक स्तर के मेडिकल उपकरणों की व्यवस्था की गई है। जिसमें ऑक्सीजन सिलेंडर भी दिया गया है। इस मोबाइल ऑटो एंबुलेंस का प्रयोग कोई भी जरूरतमंद कर सकता है।ऑटो एंबुलेंस के अलग से नम्बर जारी किये गये हैं। या कोविड हेल्प सेंटर से भी इन ऑटो एंबुलेंस के नम्बर लिये जा सकते हैं। ऑटो एंबुलेंस की शुरूआत देहरादून के राजपुर रोड थाना क्षेत्र से की गई है। देहरादून के एसएसपी योगेन्द्र सिंह रावत ने आज हरी झंडी दिखाकर ऑटो एंबुलेंस रवाना कीं।
देहरादून में शुरू हुई ऑटो एंबुलेंस सेवा का सबसे बड़ा फायदा गरीब तबके के लोंगों को मिलेगा। खासकर सकरी गलियों और छोटी बस्तियों तक इन ऑटो एंबुलेंस की पहुंच आसानी से होगी। ये ऐसे इलाके हैं जहां बड़ी एंबुलेंस नहीं जा सकती हैं। एसएसपी वाईएस रावत का कहना है|ऑटो एंबुलेंस की यह सुविधा पहली बार प्रदेश में शुरू की गई है। बढ़ते कोरोना प्रकोप के बीच लोगों को अचानक ऑक्सीजन लेवल गिर रहा है। ऐसे में ऑटो एंबुलेंस लोगों की मदद करेगी। उत्तराखण्ड पुलिस का कहना है कि यदि ऑटो एंबुलेंस का प्रयोग सफल रहता है तो आने वाले समय में इनकी संख्या और बढ़ाई जाएगी। फिलहाल देहरादून में दो ऑटो एंबुलेंस संचालित की जा रहीं हैं।