देहरादून- शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में सुधार नहीं हुआ तो 18 मई के बाद राज्य में कर्फ्यू बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा शादियों में जिन 20 लोगों को शामिल होने की इजाजद दी गई है अब उन्हें भी अपने साथ अनिवार्य रूप से आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट रखनी होगी।
उत्तराखण्ड में बढ़ सकता है कोरोना कर्फ्यू
राज्य में आगामी 18 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू किया गया है। लेकिन इसके आगे बढ़ने की पूरी संभावना दिख रही है। हालांकि उत्तराखण्ड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थोड़ी कम हुई है लेकिन सरकार इसे पर्याप्त नहीं मानती। सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने राज्य में कोरोना कर्फ्यू के मियाद और बढ़ाने के संकेत दिये हैं। उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिये 14 दिन की आवश्यकता है। और यह तभी संभव है जब संपूर्ण राज्य में सख्त कोराना कर्फ्यू लागू किया जाए, जैसा कि इस वक्त लागू किया गया है। शासकीय प्रवक्ता ने कहा कि वर्तमान में जो सख्त कर्फ्यू सरकार ने लागू किया है उसके बेहतर परिणाम दिखाई दे रहे हैं लेकिन इसे काफी नहीं कहा जा सकता। अगर इस बीच कोरोना संक्रमण के मामलों में अपेक्षित गिरावट नहीं आती तो फिर 18 मई के बाद कोरोना कर्फ्यू बढ़ाया जा सकता है।
शादियों में आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य
शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी को देखते हुये लोगों से शादी समारोह आयोजित न करने की अपील की थी। अगर जरूरी है तो केवल 20 लोगों को ही शामिल होने की इजाजद दी गई थी। लेकिन शादी समारोह से भी कोराना फैलने की पूरी संभावना है। ऐसे में निर्णय लिया गया है कि शादी समारोह में शामिल होने वाले लोग अपने साथ आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य रूप से रखेंगे। जांच होने पर उन्हें अपनी रिपोर्ट दिखानी होगी। सुबोध ने कहा कि हालांकि इस नियम के लिये अभी शासन की गाइड लाइन में बदलाव करने की आवश्यकता है। लेकिन यह कह दिया गया है कि जो लोग भी शादी समारोह में शामिल होंगे उन्हें निगेटिव रिपोर्ट साथ रखनी होगी। क्या दुल्हा-दुल्हन को भी निगेटिव रिपोर्ट रखनी होगी, इस सवाल पर सुबोध उनियाल ने कहा कि शासन स्तर पर जल्द ही गाइड लाइन में बदलाव किया जाएगा।