दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला का निधन, 119 वर्ष की उम्र में ली आखिरी सांस
टोक्यो-जापान में रहने वाली दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला काने तनाका का 119 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनका निधन बीती 19 अप्रैल को हुआ। जापान की सरकार ने ये जानकारी दी है। इसी साल बीते 2 जनवरी को तनाका ने अपना 119वां जन्मदिन मनाया था। जापान सरकार के मुताबिक काने तनाका देश के दक्षिण-पश्चिम शहर फुकुओका की निवासी थीं। काने तनाका का जन्म 2 जनवरी 1903 को हुआ था। इसी साल पैदा होने वाले अन्य प्रसिद्ध लोगों में ब्रिटिश लेखक जॉर्ज ऑरवेल, फिल्म डायरेक्टर यासुजीरो ओजू और जापान के ही कवि मिसुजु कानेको भी हैं। तनाका के जन्म से ठीक एक साल बाद यानी 1904 में जापान और रूस के बीच जंग हुई थी। तनाका को चॉकलेट और फिजी ड्रिंक्स पसंद था। वक्त बिताने के लिए वह नबंर गेम खेलना पसंद करती करती थीं। बीते कुछ सालों में तनाका ने बात करना बंद कर दिया था वह केवल इशारों में बात किया करती थीं। काने तनाका को मार्च 2019 में 116 साल की उम्र में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की तरफ से दुनिया की सबसे बुजुर्ग के तौर पर मान्यता मिली थी। क्योदो के मुताबिक सितंबर 2020 में 117 साल और 261 दिन की उम्र को पार करने के बाद जापान में भी तनाका सबसे उम्रदराज हो गई थीं। तनाका की मौत के बाद अब दुनिया की सबसे उम्रदराज व्यक्ति फ्रांस की लुसिले रैंडन हो गई हैं। रैंडन की उम्र 118 साल 73 दिन है। वहीं, जापान की फुसा तासुमी नंबर तीन की सबसे बुजुर्ग हैं। उनकी उम्र 115 साल है। तासुमी ओसाका में रहती हैं। बता दें कि दुनिया में सबसे उम्रदराज लोग जापान में ही पाए जाते हैं। वहां का खानपान और दिनचर्या लोगों की उम्र को बढ़ाने में मददगार होता है। इससे पहले भी दुनिया के सबसे बुजुर्ग का तमगा जापानियों को ही मिलता रहा है।