World Pneumonia Day 2021 : जानिए आज के दिन का महत्त्व और निमोनिया से जुडी खास बातें
12 नवंबर, 2020 को संपूर्ण विश्व में ‘विश्व निमोनिया दिवस’ मनाया जाता है। निमोनिया पांच वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों में होने वाली प्रमुख बीमारी है। निमोनिया फेफड़ों की एक या दोनों थैलियों में जलन पैदा करने वाला संक्रमण है। इसके सबसे आम लक्षण खांसी, सांस लेने में परेशानी और बुखार हैं। WHO के मुताबिक, निमोनिया के कारण वैश्विक स्तर पर 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की सबसे अधिक मृत्यु होती है।
ऐसे हुई थी ‘विश्व निमोनिया दिवस’ की शुरुआत-
‘विश्व निमोनिया दिवस’ की शुरुआत सर्वप्रथम 12 नवंबर, 2009 में ‘ग्लोबल कोएलिशन अगेंस्ट चाइल्ड निमोनिया’ द्वारा की गयी थी। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य निमोनिया की गंभीरता के बारे में वैश्विक जागरूकता, रोकथाम एवं उपचार को बढ़ावा तथा इससे बचने के लिए कार्यवाही करना है।
ठंड में शिशुओं के निमोनिया से पीड़ित होने की संभावना अधिक होती है। अगर उन्हें इससे नहीं बचाया गया तो यह जानलेवा साबित हो सकती है। निमोनिया छींकने या खांसने से फ़ैलने वाला संक्रामक रोग है, इसलिए शिशुओं की विशेष देखभाल आवश्यक है। निमोनिया से ग्रसित होने का खतरा पांच साल से कम उम्र के बच्चों को सबसे ज्यादा है। यह रोग शिशुओं की मृत्यु के 10 प्रमुख कारणों में से एक है। इसका कारण कुपोषण और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता भी है। प्रत्येक वर्ष 12 नवंबर को समुदाय को इसके प्रति जागरूक करने के लिए विश्व निमोनिया दिवस मनाया जाता है। स्टॉप निमोनिया, एव्री ब्रेथ काउंट्स को इस वर्ष का थीम रखा गया है…
निमोनिया के संकेतों को नज़रअंदाज़ न करें –
वहीं, निमोनिया के साथ-साथ कोराेना का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है, पर से सर्दी भी बढ़ रही है। ऐसे में शिशुओं को कई तरह के शीतजनित रोग हो सकते हैं। यदि शिशु में कंपकपी के साथ बुखार हो, सीने में दर्द या बेचैनी, उल्टी, दस्त सांस लेने में दिक्कत, गाढ़े भूरे बलगम के साथ तीव्र खांसी या खांसी में खून, भूख न लगना ,कमजोरी, होठों में नीलापन जैसे कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। ये निमोनिया के संकेत हैं जिसमें जरा सी भी लापरवाही शिशु के लिए खतरनाक हो सकता है।