भारतीय वॉलीबॉल टीम की जीत पर क्यों ट्रोल हुये उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार
एशियन गेम्स में भारतीय वॉलीबॉल टीम के क्वाटर फाइनल में पहुंचने पर उत्तराखड के डीजीपी अशोक कुमार ने खिलाड़ियों को बधाई दी थी और साथ में इस सफलता के श्रेय उन्होंने अपनी धर्म पत्नी अलकनंदा अशोक को दिया और कहा कि उनके फेयर सलेक्शन के चलते ये संभव हो पाया।
फिर क्या था लोगों ने सोशल मीडिया पर डीजीपी अशोक कुमार को जमकर ट्रोल करना शुरू कर दिया। ट्वीट्स की बाढ़ आ गयी, लोग इस बात पर सवाल उठाने लगे की आखिर डीजीपी अशोक कुमार की पत्नी वॉलीबॉल फेडरेशन में शामिल हैं जो उन्हें श्रेय दिया जा रहा है। लोगों ने साथ में वीएफआई के पदाधिकारियों की सूची भी शेयर की और कहा कि उसमें अलकनंदा अशोक का नाम नहीं है फिर भी उन्हें श्रेय क्यों दिया जा रहा है।
मामले ने तूल पकड़ा तो डीजीपी अशोक कुमार ने आज फिर ट्वीट कर जवाब दिया। उन्होंने कहा
मेरे द्वारा वॉलीबॉल टीम इंडिया एवं टीम सिलेक्शन मेंबर्स को बधाई देने हेतु सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर गई थी जिसके बारे में मुझे अवगत कराया गया है कि हमारे समाज के ऐसे कुछ जिम्मेदार लोगों द्वारा जिनसे लोग सच्चाई की उम्मीद करते हैं, सोशल मीडिया पर एक भ्रामक पोस्ट कर जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है
जबकि भ्रमित पोस्ट में जो वालीबॉल फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के 32 लोगों की लिस्ट शेयर की है. वह वर्तमान में भंग है। इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन द्वारा वालीबॉल फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के अगले नए इलेक्शन होने तक फेडरेशन के कार्य एवं खिलाडियों के चयन हेतु चार सदस्यों क। एडहॉक कमेटी बनायी गयी है। इसी एडहॉक कमेटी में अलकनंदा जी भी शामिल है। 19वें एशियन गेम्स में प्रतिभाग करने गयी टीम का चयन भी इसी एडहॉक कमेटी द्वारा किया गया है।
जिन जिम्मेदार लोगों से हम सच्चाई की अपेक्षा करते हैं उनसे मेरी अपील है कि कृपया सोशल मीडिया पर भ्रांति ना फैलाएं।