Monday, December 9, 2024
उत्तराखंड

कौन सी फील्डिंग सजा रहे हैं भाजपा नेता, हरीश रावत से बीजेपी नेताओं की ताबड़तोड़ मुलाकातों के क्या मायने?

हेम भट्ट, देहरादून

तो क्या भाजपा में शामिल हो सकते हैं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत? जी हां इस वक्त उत्तराखण्ड के राजनीतिक हलकों में यही चर्चा हो रही है। और चर्चा के पीछे हरीश रावत से बीजेपी नेताओं की एक के बाद एक हो रही मुलाकातें हैं। चर्चाएं यहां तक हो रही हैं कि कांग्रेस में हरीश रावत का भविष्य लगभग समाप्त हो गया है लेकिन भाजपा के पास उन्हें देने के लिये अभी बहुत कुछ है। भाजपा उन्हें राज्यसभा भेज सकती है। या 2024 में हरिद्वार सीट से मैदान में उतार सकती है। केन्द्र में उनको जिम्मेदारी दी जा सकती। चर्चा यह भी है कि उन्हें राज्यपाल भी बनाया जा सकता है। लेकिन हरीश रावत का कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाना इतना आसान और सामन्य घटना होगी। जो हरीश रावत कांग्रेस को अपनी मां बताते आये हैं वो इतने कष्ट में हैं कि मां का घर छोड़ देंगे?

 

इधर पूरे चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर अमित शाह, जेपी नड्डा सहित भाजपा का हर स्टार कैंपेनर हरीश रावत को भ्रष्टाचार का पर्याय बता रहा था, तो ऐसे भ्रष्टाचार की एंट्री भाजपा में हो सकती है? राजनीति है कुछ भी हो सकता है। कहा यह भी जा रहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लेकर तमाम भाजपा के नेता इन दिनों हरीश रावत को जो जेस्चर दिखा रहें हैं वह उनकी भाजपा में एंट्री के लिये जमीन तैयार करने जैसा है।

आपको बता दें कि सबसे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुल्दस्ता लेकर हरीश रावत के घर पहुंचे। दोनों के बीच काफी देर तक बातचीत हुई। बाहर आकर दोनों ने इस मुलाकात को शिष्टाचार का नाम दिया। इसके बाद हरीश रावत अचानक कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के घर पहुंच गये। जब इस मुलाकात पर सवाल किये तो हरीश रावत ने कहा बीमारी उसी के पास जाता है जिसके पास दवा होती है। रावत ने कहा कि सतपाल जी महाराज आयुर्वेद के अच्छे ज्ञाता हैं लिहाजा वह उनसे दवा लेने गये थे। अब ये हरीश रावत जानें कि वह कौन सी दवा लेने गये थे किसी शाररिक बीमारी की या इस समय जो दर्द उन्हें कांग्रेस के भीतर मिल रहा है उसकी। बहरहाल इसके बाद पहली बार विधानसभा अध्यक्ष बनीं ऋतु भूषण खंडूरी ने हरीश रावत के घर पर मुलाकात की। फिर नैनीताल से भाजपा विधायक सरिता आर्या और केदारनाथ से विधायक शैलारानी रावत ने हरीश रावत से मुलाकात की।

इन सभी मुलाकातों का जो निचोड़ बाहर आया है वह यह है कि उत्तराखण्ड भाजपा के लिये हरीश रावत आदरणीय हैं, सम्मानीय हैं। उनका अनुभव वर्तमान भाजपा सरकार के लिये बहुत जरूरी है। अब ऐसे भले राजनेता को भला पार्टी में शामिल कराने में कहां दिक्कत होगी। भाजपा यही संदेश देना चाह रही है। बहरहाल हरीश रावत के भाजपा में शामिल होने के कयासभर लगाये जा रहे हैं किसी ठोस जानकारी का सभी को इंतजार है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *