यूकेएसएसएससी घोटाले के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी के एक फैसले को लेकर पूरे प्रदेश में बवाल मच गया है। बीते दिन सीएम धामी ने सचिवालय में इस मामले में उच्च स्तरीय बैठक ली और इसके बाद आदेश दिया कि जिन भी भर्तियों में गड़बड़ी की शिकायत मिली है उन्हें सरकार रद्द करेगी। फिर क्या था जैसे ही ये खबर बाहर आई पूरे प्रदेश में बेरोजगार युवा फिर सड़कों पर उतर आया। खासकर वो युवा जिन्होंने स्नातक स्तरीय परीक्षा पास कर ली थी बस उनको नियुक्ति पत्र मिलना बाकी था। स्नातक स्तरीय ये वही परीक्षा में जिसमें नकल का घोटाला सामने आया है। सीएम ने इसके अलावा दूसरी अन्य भर्तियों को भी रद्द करने की बात कही थी। जिसके विरोध में आज देहरादून में परीक्षा में उर्त्तीण हो चुके युवाओं ने जबर्दस्त नारेबाजी की। इस दौरान युवा अपने आंसू नहीं रोक पाये सभी का कहना था कि आखिर उनकी क्या गलती है उन्होंने तो पूरी ईमानदारी के साथ मेहनत की और परीक्षा पास की है। सरकार को उन लोगों पर कार्यवाई करनी चाहिए जिन्होंने धांधली की है। कमसेकम ऐसे युवाओं को दंड देने का क्या फायदा जिन्होंने ईमानदारी से परीक्षा पास की है।
साथ ही युवाओं ने सरकार को चेतावनी दी है अगर सरकार स्नातक स्तरीय भर्ती को रद्द करती है तो फिर से सड़कों पर उतरकर फिर से आंदोलन करेंगे। यहां तक कि युवाओं ने सोमवार को मुख्मयंत्री आवास घेराव का ऐलान भी कर दिया है। इतना ही नहीं कई युवाओं ने खुले तौर पर आत्मदाह करने की भी चेतावनी दे डाली है।