ऋषिकेश : उत्तराखंड में मॉनसून की दस्तक के साथ ही पानी का जलस्तर भी बढ़ गया है। ऐसे में 30 जून को राफ्टिंग सत्र का आखिरी दिन था। गंगा में मानसून काल आते ही जुलाई और अगस्त माह में राफ्टिंग की गतिविधि बंद हो जाती है। पिछले दो वर्षो से कोरोना महामारी के चलते राफ्टिंग की गतिविधिया बाधित रही। जबकि इस वर्ष राफ्टिंग सत्र में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक राफ्टिंग के लिए यहाँ पहुंचे। अब तक इस सत्र में साढ़े चार लाख पर्यटक राफ्टिंग का लाभ उठा चुकें हैं। ऋषिकेश में गंगा नदी में होने वाली रिवर राफ्टिंग पूरी दुनिया में मशहूर है। इसके साथ ही ऋषिकेश में होने वाली राफ्टिंग की अपनी अलग ही पहचान है, जिसके चलते इस एडवेंचर खेल के दीवानों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। बता दें कि करीब 254 कंपनियां यहां राफ्टिंग का संचालन करती है। मानसून के चलते नदी का जलस्तर बढ़ जाता है। जिस वजह से राफ्टिंग पर दो माह की रोक लगा दी जाती है। ऐसे में अगर आप भी राफ्टिंग के शौक़ीन है और अभी तक इसका लुप्त नहीं उठा पाए तो थोड़ा इंतजार करना होगा। फिलहाल दो माह तक गंगा में राफ्टिंग संचालिक नहीं की जाएगी।