दो साल बाद होगी कांवड़ यात्रा, चार करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना
हरिद्वार में 14 जुलाई से 26 जुलाई तक कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है। कोरोना के दो साल बाद कुछ नियमों को बदलकर यात्रा शुरू की जा सकेगी। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि इस वर्ष करीबन चार करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है साथ ही कोरोना के बाद इस यात्रा का संचालन करना काफी चुनौती भरा होने वाला है। जुलाई में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं। पूरे कांवड़ क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सेक्टर में बांटा जाएगा, जिसमें लगभग नौ से दस हजार सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा और भीड़ पर नजर रखने के लिए ड्रोन भी इस्तेमाल किये जायेगें। इसके साथ ही सोशल मेडिया की निगरानी भी बढ़ जाएगी। कांवड़ यात्रा के दौरान कोई भी यात्री बिना पहचान पत्र के नहीं आ सकेगा। इसके अलावा सात फीट से ज्यादा ऊंची कांवड़ प्रतिबंधित होगी। धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले गाने बजाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सबसे बड़ी बात तो ये होगी कि कावड़ यात्रा के मार्ग पर कोई भी नॉनवेज और शराब की दुकाने नहीं होंगी।