काठमांडू- युद्ध की आग में जल रहे यूक्रेन की पर्वतारोही एंटोनिना समोइवोला ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट को फतह कर शांति का संदेश दिया। एंटोनिना समोइवोला ने यूक्रेन का झंडा फहराकर दुनिया का यूक्रेन की ओर से बेहदभावुक संदेश भी दिया है। एवरेस्ट के शिखर को छूकर लौटी एंटोनिया ने कहा-
“2022 यूक्रेन के लिये सबसे कठिन वर्ष है। पिछले दो महीनों से हमारा देश आजादी, शांति और अपने अधिकारों के लिये बहादुरी से लड़ रहा है। हम अपने भविष्य के लिये लड़ रहे हैं। दुर्भाग्य से इस साल एवरेस्ट पर यूक्रेन का कोई अभियान नहीं है। युद्ध ने लाखों लोगों के सपनों को नष्ट कर दिया। ऐसे ही कुछ लोगों का सपना एवरेस्ट पर चढ़ने का था। ऐसे में मैंने सोचा कि यूक्रेन का झंडा दुनियां के शीर्ष पर लहराना चाहिए ताकि हम संदेश दे सकें, दुनिया को यह बता सकें कि हम अभी भी शांति के लिये लड़ रहे हैं और तब तक लड़ते रहेंगे जब तक हम जीत नहीं जाते।”
आपको बता दें कि एंटोनिना समोइवोला यूक्रेन की नागारिक हैं। युद्ध काल में देश छोड़कर वो एवरेस्ट फतह को निकल पड़ी। एंटोनिना का मकसद यही था कि दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर यूक्रेन का झंडा लहराकर शांति का संदेश दिया जाए। उन्होंने 12 मई को सुबह 6 बजकर 40 मिनट पर एवरेस्ट फतह किया।