Saturday, April 20, 2024
अंतरराष्ट्रीय

इस साल की गर्मी तोड़ सकती है 77 सालों का रिकॉर्ड, क्या रूस-यूक्रेन युद्ध से हो रही तापमान में वृद्धि?

साक्षी सजवाण, देहरादून

तो क्या भारत में अचानक बढ़ी गर्मी के पीछे रूस-यूक्रेन की जंग है? यूक्रेन की धरती पर गिरते बम और जलती इमारतों ने बढ़ा दिया है धरती का तापमान? क्या पूर्वी यूरोप की गर्म हवाओं ने भारत में कर लिया है प्रवेश? ये वो सवाल हैं जो इस समय लोगों की जुबान पर चढ़े हुये हैं। भारत के कई राज्यों में गर्मी ने अचानक दस्तक दी है और आने वाले दिनों में गर्मी अपना प्रचंड रूप दिखा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि असामान्य रूप से हिल स्टेशनों से लेकर तटीय भागों तक गर्म हवाएं लगातार बढ़ रही हैं, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, भारत के कुछ हिस्सों में 1 मार्च से अधिकतम तापमान में कम से कम 10 फीसदी की वृद्धि हुई है। इस बार मुंबई, दिल्ली, राजिस्थान, हरिद्वार जैसे कई क्षेत्रों में भयंकर गर्मी पड़ रही है। मौसम विभाग ने पिछले सप्ताह ही अनुमान जताया था कि मार्च के महीने में ही गर्मी 77 सालों का रिकॉर्ड तोड़ सकती है। इतना ही नहीं इस बार गर्मी ऑल टाइम रिकॉर्ड भी बना सकती है।

इधर अचानक बढ़ी गर्मी को लेकर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं। कुछ लोग यूक्रेन में 26 दिनों से चल रहे युद्ध को इस गर्मी की वजह बता रहे हैं। कहा जा रहा है कि यूक्रेन-रूस युद्ध में लगातार बमबारी और आग की चपेट में आ रही बड़ी-बड़ी इमारतों के कारण गर्म हवाएं उठ रही हैं जो भारत की तरफ प्रवाह कर रही हैं। रूस-यूक्रेन में हो रहे युद्ध के कारण तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। मौसम विभाग की मानें तो अगले दो तीन दिन में भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। ऐसे में 31 मार्च से पहले गर्मी 77 सालों का रिकॉर्ड तोड़ सकती है। लेकिन विज्ञान ने यूक्रेन युद्ध के कारण गर्मी बढ़ने के दावे को खारिज किया है। स्काई मेट वैदर के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी हवाओं की अनुपस्थिति जो आम तौर पर मध्य और पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों को ठंडा करती है और भारत पश्चिमी हिस्सों पर चक्रवर्ती हवाओं का पूर्व-प्रधान तापमान में अचानक वृद्धि का कारण है।

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