निकाय चुनाव में इन माननीयों की चुनौती सबसे बड़ी, भाजपा कांग्रेस के विधायक
निकाय चुनाव की बात की जाए तो 11 नगर निगमों में भाजपा और कांग्रेस के कई विधायकों के लिये चुनाव चुनौती भरा है।
पहले सत्तारूढ़ दल की बात करें तो आने वाले समय में अगर मंत्री मंडल का विस्तार होता है तो निकाय चुनाव में बेहतर करने वाले भाजपा विधायकों का दावा और मजबूत हो सकता है।
इनमें काशीपुर नगर निगम में भाजपा के स्थानीय विधायक त्रिलोक सिंह चीमा की परीक्षा है।
रूद्रपुर में भाजपा के स्थानीय विधायक शिव अरोड़ा के लिये नगर निगम जीतने की चुनौती है।
रूड़की में भाजपा स्थानीय विधायक प्रदीप बत्रा की परीक्षा है, तो देहरादून में देहरादून में मंत्री गणेश जोशी के अलावा विधायक खजान दास, उमेश शर्मा काउ, विनोद चमोली, सविता कपूर की शाख दांव पर है।
हरिद्वार में पूर्व मंत्री और विधायक मदन कौशिक तो कोटद्वार में विधायक विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी के सामने अपने गढ़ में कमल खिलाने की चुनौती है। श्रीनगर में मंत्री धन सिंह रावत और ऋषिकेश में मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल के लिये परीक्षा तो है ही।
अब कांग्रेसी विधायकों की बात करें तो अल्मोड़ा में मनोज तिवारी के लिये नये नगर निगम के पहले चुनाव में कुछ करने की चुनौती है। हल्द्वानी में सुमित हृदयेश के चुनौती है तो पिथौराढ़ में कांग्रेस विधायक मयुख महर अपनी अलग चुनौती पहले से मैदान में उतार चुके हैं।