Friday, October 4, 2024
उत्तराखंड

5 रूपये वाले डॉक्टर की कहानी, अगर डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं तो भगवान ऐसे ही होंगे

आज के समय में अगर आप डॉक्टर के पास चले जाएं तो उनकी भारी भरकम फीस सुनकर आपके होश उड़ जाते हैं, इलाज तो बहुत दूर की बात है।
लेकिन आज हम आपको ऐसे डॉक्टर की कहानी बता रहे हैं जो वाकई में लोगों की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं, शायद ऐसे ही डॉक्टरों को भगवान का रूप माना जाता है।
ये डॉक्टर हैं कर्नाटक के डॉ.शकरे गौड़ा जिन्हें लोग पांच रूपये वाले डॉक्टर के नाम से जानते हैं।
डॉ. शंकरे गौड़ा कर्नाटक के रहने वाले हैं, वो अपनी स्कूटी पर घूमते फिरते सड़क के किनारे कहीं पर भी आपको मिल जाएंगे, और लोगों का इलाज करते दिखाइ देंगे।
एमबीबीएस करने के बाद डॉ गौड़ा ने नौकरी करने की जगह मांड्या में लोगों का इलाज करना शुरू कर दिया। वो खेत और घर का काम करने के बाद मरीजों को देखने के लिए बैठ जाते हैं। वो दिन में करीब 400 से 500 मरीजों का इलाज करते हैं। डॉ गौड़ा के पास दूर दराज से मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं।
डॉ. शंकरे गौड़ा एक स्किन स्पेशलिस्ट हैं। वैसे तो डॉ गौड़ा फीस के तौर पर महज पांच रुपये लेते हैं लेकिन गरीबों से वो ये फीस भाी नहीं लेते हैं। पांच रुपये की जो फीस लेते हैं, उसे भी वो अपने पास नहीं रखते। उससे दवाई खरीदकर मरीजों में बांट देते हैं।
डॉ.गौड़ा के इस निस्वार्थ भाव की सेवा से हर कोई अनका कायल है, उन्हें कई बार उनके कार्यों के लिये सम्मानित भी किया जा चुका है।
लेकिन डॉ.गौड़ा का असली सम्मान तब देखने को मिला जब 2012 में उन्हें हार्ट अटैक आया। वो कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहे। जब तक डॉ.गौड़ा अस्पताल में भर्ती रहे अस्पताल के बाहर सैंकड़ों की संख्या में लोग बैठे रहे और उनके ठीक होने की दुआ मांगते रहे। यही वो सबसे बड़ा सम्मान है जो डॉ.गौड़ा को लोगों से मिला है।

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