जोशीमठ में एक और खतरे की आहट आती दिखाई दे रही है। यहां खिसकती जमीन पर अचानक गड्ढे बनने लगे हैं। इतना ही नहीं इन गड्ढों की संख्या अब तक छह हो चुकी है।
क्या आपदा से जूझ रहे जोशीमठ पर खतरा टला नहीं है? क्या आने वाले समय में जोशीमठ पर खतरा बढ़ सकता है? जी हां जोशीमठ से आ रही ताजा तस्वीरें इसी बात की ओर इशारा कर रही हैं कि जोशीमठ से खतरा टला नहीं है। समाजसेवी अतुल सती ने जोशीमठ के कुछ वीडियो शेयर किये हैं जिनमें देखा गया है कि यहां अब जमीन पर गहरे गड्ढे बनते जा रहे हैं। जमीन पर न केवल गड्ढे बन रहे हैं बल्कि इनकी संख्या भी बढ़ती जा रही है। साथ ही जो दरारें अब तक एक या दो फीट की थी वो बढ़कर 6 फीट तक पहुंच गई हैं और घर पूरी तरह से जमींदोज हो गये हैं। जोशीमठ के ताजा हालात पर समाजसेवी अतुल सती ने जय भारत टीवी से बात की है और कई चौंकाने वाले जानकारी साझा की है। अतुल सती का कहना है कि जोशीमठ में गड्ढे तो पहले भी थे लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ रही है साथ ही गड्ढों का गहराई भी बढ़ रही है। जोशीमठ के अलग-अलग स्थानों पर अब तक छह गड्ढे बन चुके हैं। साथ ही अनिल सती का कहना कि वो सरकार की पुनर्वास नीति से खुश नहीं है। जोशीमठ के लोगों को वन टाइम सैटेलमेंट चाहिए न कि टुकड़ों में।