तो क्या आठ टीमों पर प्रतिबंध लगा देगा फीफा, वर्ल्ड कप में एक और विवाद की एंट्री
फीफा वर्ल्ड कप के मुकाबले शुरू होते ही विवाद भी शुरू हो गये हैं। जी हां अब फीफा वर्ल्ड कप में एलजीबीटी$ विवाद शुरू हो गया है। मैच के दौरान इंग्लैंड समेत 8 टीमों ने समलैंगिक संबधों को सपोर्ट करने का फैसला किया है। इंग्लैंड के कैप्टन हैरीकेन ने तो यहां तक कह दिया है कि वो ईरान के खिलाफ अपने पहले मुकाबले में रेनबो बैंड पहनेंगे, जो कि एलजीबीटी$ कम्युनिटी का सिंबल है। लेकिन इससे फीफा बौखला गया है और उसने सभी टीमों को चेतावनी दी है कि अगर टीमें या खिलाड़ी ऐसा करते हैं तो यह नियमों का उल्लंघन होगा। ऐसे खिलाड़ियों पर बैन भी लगा सकता है।
अब आपको बताते हैं कि आखिर वन लव बैंड का विवाद कहां से शुरू हुआ है। दरअसल इंग्लैंड के कप्तान हैरीकेन और पूरी टीम एलजीबीटी कम्युनिटी यानी समलैंगिक संबंधों के सपोर्ट में वन लव बैंड पहनकर मैच में उतरेंगे। इसके अलावा और कई देशों की टीमों ने समलैंगिकता को सपोर्ट करने फैसला किया है। लेकिन इंग्लैंड का पहला मैच आज इस्लामिक देश ईरान से है, जहां समलैंगिक संबंध बैन हैं। फीफा वर्ल्ड कप दोहा में हो रहा है और यहां भी समलैंगिक संबंध बैन हैं। विवाद यहीं से शुरू हुआ है। आज ईरान के खिलाफ होने वाले मैच में अगर हैरीकेन रेनबो बैंड पहनकर उतरते हैं तो उन्हें ग्राउंड पर आते ही रेफरी यलो कार्ड दिखा सकता है यानी चेतावनी दे सकता है। दूसरे मैच में भी हैरीकेन अगर ऐसा ही करते हैं तो उन्हें फिर यलो कार्ड दिखाया जा सकता है। अब देखना है कि समलैंगिकता को सपोर्ट कर रहे खिलाड़ी फीफा की सुनेंगे या नहीं।