राम मंदिर का मुहूर्त बताने वाले शास्त्री ने बताया कब है दीपावली
दीपावली मनाने को लेकर इस बार बड़ा कंफ्यूजन बन गया है। लोगों को अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि आखिर दीपावली कब है और लक्ष्मी पूजन का सही और उचित समय क्या है।
चलिये आपको बताते हैं कि दीपावली को लेकर इस बार क्या स्थिति बन रही है।
काशी की विद्वत परिषद ने इस बार 31 अक्तूबर को दीपावली मनाने का निर्णय दिया है। लेकिन राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त देने वाले प्रकांड शास्त्री गणेश्वर द्रविड़ ने पांच प्रमुख पंचांगों का अध्ययन कर ये बताया कि दीपावली 1 नवंबर को होगी। उन्होंने काशी विद्वत परिषद का बातों को नकार दिया। गणेश्वर शास्त्री के मुताबिक लक्ष्मीपूजन सूर्यास्त होते ही प्रदोषकाल में करने का विधान है।
उसके लिए सूर्यास्त के बाद अमावस्या का एक घटिका अर्थात 24 मिनट तक रहना अनिवार्य है। इसके अनुसार अपने शहर, गांव में सूर्यास्त का समय देखकर सूर्यास्त के बाद 24 मिनट अमावस्या के रहने पर एक नवंबर को ’लक्ष्मी पूजन करें। सूर्यास्त के बाद 24 मिनट से कम अमावस्या के रहने पर आपको 31 अक्तूबर को ही दीपावली का लक्ष्मी पूजन करना चाहिए।
अब एक नवंबर को उदया तिथि में प्रदोष और सूर्यास्त के बाद अमावस्या भी मिल रही है। इसके साथ ही स्वाति नक्षत्र और प्रतिपदा मिल रही, जो कि महालक्ष्मी पूजन के लिए सर्वोत्तम है।