सचिवालय के समीक्षा अधिकारी को घूस लेते रंगे हाथों पकड़ा, ग्रेच्युटी भुगतान के एवज में मांगी 1 लाख की रिश्वत
देहरादून- विजिलेंस ने सचिवालय के समीक्षा अधिकारी को 75 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपी की गिरफ्तारी सोमवार को सुभाष रोड से गई। इस मामले में सिंचाई विभाग के अनुभाग अधिकारी को भी आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि अनुभाग अधिकारी के इशारे पर ही समीक्षा अधिकारी रिश्वत लेने सचिवालय से बाहर आया था। मामला सिंचाई विभाग से रिटायर जेई की रूकी ग्रेच्युटी से जुड़ा हुआ है। विजिलेंस के एसपी धीरेन्द्र कुमार गुंज्याल ने बताया कि 22 फरवरी को महेश चंद अग्रवाल ने शिकायत दर्ज की थी। उन्होंने बताया कि उनके पिता किशन चंद अग्रवाल सिंचाई सिंचाई विभाग मनेरी भाली परियोजना में जेई के पद पर तैनात थे। वह 2008 में सेवानिवृत्त हो गये थे। उस वक्त उनके स्टोर से कुछ सामान गायब हुआ था। इसकी भरपाई के लिये विभाग ने उनकी ग्रेच्युटी से पैसा काट लिया था। इसकी अपील उन्होंने ट्रिब्यूनल में की थी। फैसला उनके पक्ष में आया था। इसके विरोध में विभाग हाईकोर्ट पहुंचा यहां भी फैसला किशन चंद अग्रवाल के पक्ष में आया। अब विभाग की ओर से आरोपी अनुभाग अधिकारी ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जाने और ग्रेच्युटी का पैसा देने के बदले उनसे रिश्वत मांगी थी। जिसके बाद विजिलेंस ने यह कार्यवाई की है।