Saturday, April 20, 2024
उत्तराखंड

गंगा में लापता युवकों की तलाश जारी, कौड़ियाला के पास बीते दिन गंगा में गिरी थी अल्टो कार

बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर कौड़ियाला के पास हुये सड़क हादसे में एसडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन 24 घंटे से लगातार जारी है मगर अभी तक वाहन और उसमें सवार चारों यात्रियों का कहीं कोई सुराग नहीं मिल पाया है। दुर्घटनाग्रस्त कार में सवार चारों युवक जिगरी दोस्त हैं और मेरठ के शास्त्रीनगर के रहने वाले हैं। आपको बता दें कि बुधवार तड़के ब्यासी चौकी पुलिस को स्थानीय होटल संचालक से कौड़ियाला के पास एक कार के अनियंत्रित होकर गंगा में गिरने की सूचना मिली। पुलिस की सूचना पर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। रस्सी के सहारे टीम खाई में उतरी, जहां एक कार की नंबर प्लेट, बैग, मोबाइल आदि सामान पड़ा था। बैग में एसडीआरएफ को उत्तरप्रदेश के मेरठ के शास्त्रीनगर के रहने वाले 52 वर्षीय पंकज शर्मा का आधार कार्ड मिला। पुलिस ने पंकज शर्मा के परिजनों से संपर्क किया। परिजनों ने बताया कि पंकज शर्मा के साथ 40 वर्षीय गुलवीर जैन, 25 वर्षीय नितिन और 19 वर्षीय हर्ष मेरठ से केदारनाथ धाम पहुंचे थे। सभी लोग मेरठ के शास्त्रीनगर के ही रहने वाले हैं। परिजनों ने बताया कि बुधवार को सभी लोग केदारनाथ धाम से वापस लौट रहे थे। और कौड़ियाला के पास हादसा हो गया। पुलिस प्राथमिक तौर पर मानकर चल रही है कि कार गंगा में गिर गई होगी। पानी का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है, इसलिए सर्च अभियान के लिए डीप डाइविंग टीम की मदद ली गई है। टीम सर्च अभियान चला रही है, लेकिन अब तक चारों लोगों का कहीं कोई सुराग नहीं लग पाया है।
इस हादसे में लापता चल रहे चारों युवक जिगरी दोस्त हैं। ये सभी डीजे और इलेक्ट्रीशियन का काम करते हैं। बाबा केदार पर इनकी अगाद आस्था इन्हें उत्तराखण्ड खींच लाई थी। मगर कहां मालूम था कि एक बड़ी अनहोनी इनका इंतजार कर रही है। चारों मेरठ के शास्त्रीनगर के रहने वाले हैं। के ब्लॉक निवासी गुलबीर की दो बेटी और एक बेटा है। बीते दिन जैसी ही टिहरी पुलिस का फोन परिजनों के पास आया उनका दिल बैठ गया। परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। दूसरा दोस्त नितिन आई ब्लॉक का रहने वाला है। जो अविवाहित है। एच ब्लॉक निवासी तीसरा दोस्त पंकज शर्मा भी विवाहित हैं और उनका एक बेटा है। चौथा दोस्त काजीपुर निवासी हर्ष की घर के पास ही डीजे के दुकान है। इन सभी लापता लोगों के परिजन भी कौड़ियाला पहुंच चुके हैं। जो कल से लगातार गंगा किनारे एसडीआरएफ के रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ बने हुये हैं। जैसे-जैसे समय आगे बढ़ रहा है परिजनों की चिंता बढ़ती जा रही है। सबके दिल से एक ही दुआ निकल रही है कि हे गंगा मईया भला करना।

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