उत्तराखंड वन विभाग में करोड़ों का घोटाला, एसआईटी को सौंपी गई जांच
उत्तराखंड वन विभाग में एक और करोड़ों का घोटाला पकड़ में आया है। जिसके बाद महकमे में हड़कंप मच गया है। करोड़ों की हेरा-फेरी और बड़े पैमाने में पेड़ कटान से जुड़े इस मामले में सरकार ने एसआईटी जांच के आदेश दे दिये हैं। वन मंत्री सुबोध उनियाल के संज्ञान में आते ही उन्होंने इस मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी है।
खुलासा हुआ है कि उत्तराखंड वन विकास निगम के लालकुंआ स्थित डिपो में करोड़ों की हेरा-फेरी की गई है। गबन का ये मामला तब सामने आया, जब वहां विशेष आडिट हुआ। ये घपला पांच करोड़ों का बताया जा रहा है। डिपो से बड़े पैमाने पर लकड़ी बेची गई और बिलों में जमकर घपला किया गया। मामला पकड़ में आने के बाद निगम के चार कार्मिक निलंबित भी किए जा चुके हैं। दूसरा मामला पेड़ों के कटान से जुड़ा है। जहां चकराता और टौंस वन प्रभागों में बड़े पैमाने पर देवदार के पेड़ काट डाले गये। इन प्रकरणों में भी टौंस वन प्रभाग के डीएफओ समेत वन विभाग और वन विकास निगम के 10 से ज्यादा कार्मिक निलंबित किए जा चुके हैं। बताया जा रहा है कि एसआईटी की जांच में ये घोटाला और भी बड़ा हो सकता है जिसमें कई अधिकारियों गर्दन नप सकती है।