सड़क बह चुकी, अब जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं लोग
टिहरी के कीर्तिनगर ब्लॉक में बीते 20 दिनों पहले भारी बारिश से महर गांव जाने वाला मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रत हो गया था। यह क्षतिग्रस्त होकर अलकनंदा नदी की झील में समा गया था। महर गांव को जोडने वाला मार्ग पूरी तरह टूट जाने से सुपाणा और गंडासु जैसे कई गांवों का संपर्क मार्ग बंद हो गया है।
मजबूरी में ग्रामीणों और शिक्षकों ने मिल कर भूस्खलन वाले क्षेत्र में चलने योग्य अस्थाई मार्ग बनाया लेकिन वह भी जोखिम भरा है। इस पर चलते हुए यदि किसी से जरा भी चूक हुई तो वह सीधे अलकनंदा नदी की झील में समा सकता है। सबसे ज्यादा समस्या स्कूली बच्चों और शिक्षकों के सामने आ रही है जिन्हें रोज स्कूल आना जाना पड़ता है। जिसके चलते राजकीय प्राथमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महर गांव के शिक्षक और स्कूली बच्चे अपनी जान हथेली पर रखकर स्कूल आने जाने को विवश हो रखे हैं।