रचिता जुयाल के इस्तीफे की होगी जांच पड़ताल, कमसेकम लगेगा 90 दिन का समय
2015 बैच की आईपीएस अधिकारी रचिता जुयाल के इस्तीफे पर अब गृह मंत्रालय को निर्णय लेना है। बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय के पास उनका इस्तीफा पहुंच गया है।
लेकिन इस्तीफा स्वीकार होने से पहले अभी रचिता जुयाल के मामले को कई जांच पड़तालों से गुजरना होगा।
चलिये अब आपको बताते हैं कि भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा देने के बाद आईपीएस अधिकारी रचिता जुयाल को किस तरह की जांच से गुजरना होगा-
आईएएस या आईपीएस अधिकारियों की नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाती है। लेकिन इनकी पोस्टिंग राज्य सरकार के अधीन होती है।
आईएएस के मामले में डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल ऐंड ट्रेनिंग और आईपीएस के मामले में गृह मंत्रालय और फॉरेस्ट सेवा के मामले में पर्यावरण मंत्रालय इस्तीफे पर फैसला लेता है।
ऐसा जरूरी नहीं कि आईपीएस अधिकारी का हर इस्तीफा स्वीकार हो जाए। गृह मंत्रालय कई तरह की जांच करने के बाद ही इसे स्वीकार करता है। इस बीच ये देखा जाता है कि अधिकारी के खिलाफ कोई जांच तो नहीं चल रही। साथ ही, इस बारे में भी पता लगाया जाता है कि इस्तीफे का निजी, स्वास्थ्य, राजनीतिक या अन्य कारण क्या है, इन सभी बातों को ध्यान में रखकर ही फैसला लिया जाता है कि इस्तीफा स्वीकार करना है या अस्वीकार। इस पूरी प्रक्रिया में कमसेकम 90 दिनों का समय लगता है।
इस बीच अगर रचिता जुयाल का मन बदलता है तो वो वापिस पुलिस सेवा फिर से ज्वाइन भी कर सकती हैं।