10 साल बाद मिला पोलियो का मामला, 2014 में पोलियो मुक्त घोषित हुआ था भारत
तारीख थी 27 मार्च, 2014। भारत के लिए ये बड़ा दिन था। इस दिन डब्ल्यू एचओ ने भारत को पोलियो मुक्त घोषित किया था।
मगर अब 10 साल बाद भारत में पोलियो का एक मामला सामने आ गया है। पोलियो का ये केस मेघालय में मिला है जहां एक दो साल के बच्चे को पोलियो की पुष्टि हुई है। मेघालय में पोलियो का मामला मिलने के बाद देश के लोग सन्न हैं कि क्या पोलिया अभी गया नहीं है।
जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान में कहा है कि इसमें घबराने की बात नहीं है। ये वैक्सीन डिराइव्ड मामला है। यानी ये इन्फेक्शन, पोलियो की वैक्सीन में मौजूद वायरस के कमजोर स्ट्रेन की वजह से फैला है। ये ‘वन्स इन अ व्हाइल केस’ है। इसका खतरा उन बच्चों को अधिक होता है जिनकी इम्युनिटी बहुत कमजोर होती है।
पोलियो वायरस से होने वाला एक इंफेक्शन है. इसको पोलियो माइ लाइटिस कहा जाता है। पोलियो होने पर ब्रेन और रीढ़ की हड्डी को नुकसान होता है। पोलियो का आजतक कोई इलाज नहीं है। केवल वैक्सीन मौजूद है, जिससे इस बीमारी के होने की आशंका को खत्म किया जाता है।
भारत में पोलिया का मामला मिलने के बाद अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या डब्ल्यूएचओ भारत से पोलियो मुक्त देश का दर्जा छीन लेगा।