पौड़ी बस हादसे ने फिर खोली सरकारी अस्पतालों की बदहाली की पोल, मोबाइल की रोशनी से हुआ मरीजों को उपचार
उत्तराखंड के बदहाल सरकारी अस्पतालों की पोल एक बार फिर खुली है। बीते पौड़ी बस हादसे के बाद घायलों को जब जिला अस्पताल लाया गया तो वहां मरीजों के उपचार की कोई व्यवस्था नहीं मिली। हैरान करने वाली बात तो ये है कि अस्पताल में बिजली तक नहीं थी। हालात ऐसे बन गये कि यहां घायलों को उपचार मोबाइल की रोशनी से करना पड़ा।
जिसके बाद स्थानीय लोगों ने अस्पताल स्टाफ के सामने अपना विरोध प्रकट किया और लोग अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गये। यहां तक कि आज पौड़ी बाजार को विरोध स्वरूप बंद भी रखा गया।
आपको बता दें कि पौड़ी में बीते दिन जीएम ओयू की बस हादसे का शिकार हो गई थी। ये बस 28 यात्रियों को लेकर पौड़ी से श्रीनगर जा रही थी। इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 21 लोग घायल हो गए।
जब घायलों को अस्पताल लाया गया तो अस्पताल की बिजली की गायब थी। पहले से स्टाफ की कमी और अव्यवस्थाओं से जूझ रहे अस्पताल में मोबाइल की रोशनी से इलाज करना पड़ा।