बरसात में पंचायत चुनाव मुसीबत बने, आयोग ने आपदा प्रबंधन के साथ किया मंथन, बारिश के दौरान प्लान किया गया तैयार
आने वाले दिनों में प्रदेश में भारी बारिश के चलते आपदा जैसी स्थिति बनने की भी संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग ने फिलहाल 7 जुलाई तक प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. साथ ही इस जुलाई महीने में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की भी संभावना जताई है.
वहीं, इसी महीने पंचायत चुनाव हो रहे हैं. राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से 28 जून को जारी संशोधित अधिसूचना के अनुसार 24 और 28 जुलाई को मतदान होना है. साथ ही 31 जुलाई को मतगणना होनी है. वर्तमान समय में प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बनी स्थितियों के चुनाव करना शासन-प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है.
राज्य निर्वाचन आयोग भी इस बात को मान रहा है कि मानसून में चुनाव करना चुनौती है. जिसके चलते सभी जिलाधिकारियों और आपदा प्रबंधन को व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं. ताकि, सामान्य दिनों की तरह ही चुनाव को संपन्न कराया जा सके. इसको लेकर राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने अहम जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से बारिश के दौरान होने वाले सड़कों के अवरुद्ध को देखना है. ऐसे में मार्ग को तत्काल खोलने के लिए पहले दिन से ही चुनाव प्रक्रिया तक संसाधन तैयार रखना पड़ेगा. इसी तरह पोलिंग बूथ को जाने वाली पैदल मार्ग को दुरुस्त रखने, पोलिंग बूथों को दुरुस्त करने के साथ ही स्वास्थ्य सुविधाएं के बेहतर प्रबंधन पर जोर दिया गया है.