उत्तराखंड के निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्षों की मौज, सरकार ने दी प्रशासक की जिम्मेदारी, ब्लॉक प्रमुख और प्रधान बिफरे
पंचायतों का कार्यकाल खत्म होने के बाद सरकार ने जिला पंचायतों में प्रशासक नियुक्त कर दिये हैं। ये बेहद दिलचस्प है कि सरकार ने प्रशासनिक अधिकारियों के बजाए जिला पंचायतों की बागडोर वापस से उन्हीं जिला पंचायत अध्यक्षों को सौंप दी है जिनका कार्यकाल खत्म हुआ है। यानी निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्षों को ही जिला पंचायतों में प्रशासक नियुक्त कर दिया गया है।
सचिव पंचायती राज की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि हरिद्वार जिले को छोड़ राज्य के दूसरी सभी जिला पंचायतों में निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष 1 दिसंबर के बाद तत्काल प्रशासक का कार्यभार ग्रहण करेंगे। प्रशासकों का ये कार्यकाल छह माह का होगा, अथवा नई पंचायत के गठन या अग्रिम आदेश तक रहेगा।
हालांकि पंचायत प्रतिनिधि ये मांग उठाते ही रहे थी कि प्रशासक नियुक्त करने की नौबत आने पर ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत में चुने हुये प्रतिनिधियों को ही प्रशासक बनाया जाए। अब सरकार ने पंचायत प्रतिनिधियों की बात तो मानी है लेकिन ये मांग अधूरी है। जिला पंचायतों में निवर्तमान अध्यक्षों को तो प्रशासक की जिम्मेदारी मिल गई। मगर ब्लॉक और ग्राम पंचायत में प्रशासक कौन होंगे इस पर अभी कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है।