देहरादून- नोएडा के चिटहैरा भूमि घोटाले के मास्टरमाइंड यशपाल तोमर और उसके साथ शामिल आईएएस, आईपीएस और नेताओं के रिश्तेदारों पर एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर चिटहैरा गांव के लेखपाल की ओर से दादरी कोतवाली में दर्ज करवाई गई है। इन लोगों पर धोखाधड़ी, जालसाजी करने, फर्जी दस्तावेज गढ़ने और चिटहैरा गांव के किसानों को फर्जी मुकदमों में जेल भिजवाने के गंभीर आरोप हैं। एफआईआर दर्ज करवाने वाले लेखपाल ने आरोप लगाया है कि इन लोगों ने जमीन हड़पने के लिए फर्जी मुकदमे दर्ज करवाकर गांव वालों को जेल भिजवाया है। चिटहैरा गांव के लेखपाल शीतला प्रसाद ने यह एफआईआर दर्ज करवाई है। जिसमें 9 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसमें एक नाम एम भास्करन का है, एम भास्करन उत्तराखंड कैडर के आईएएस मीनाक्षी सुंदरम के ससुर हैं। और मूल रूप से चेन्नई के निवासी हैं। यूपी कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस केएम सन्त के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ है। केएम सन्त वर्ष 2000 में रिटायर हुए हैं। इसके बाद वे उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस ट्रिब्यूनल के मेंबर रह चुके हैं। केएम संत के बेटे बृजेश संत उत्तराखंड कैडर में आईएएस हैं। केएम संत मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले हैं। गैंगस्टर यशपाल तोमर से जुड़े भूमि घोटाले में उत्तराखण्ड के दो आईएएस अधिकारियों का अप्रत्यक्ष रूप से नाम सामने आने के बाद प्रशासनिक गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म है।